हरदा।दुष्कर्म और लव जिहाद के मामले के आरोपित शाहबाज अली उर्फ राहुल गुर्जर पिता सैयद अली निवासी सुदामा नगर, इंदौर रोड, हरदा का पांच जून को निकाह औ्र सात जून को दावत थी, जिसके आमंत्रण पत्र भी वितरित कर दिए गए । इसमें प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल का नाम विशेष आग्रहकर्ता के रूप में लिखा गया। उन्हें फूफा और दादा जी संबोधित किया गया है।सुदामा नगर निवासी सैयद कंस्ट्रक्शन के मालिक सैयद अली के पुत्र शाहबाज अली पर राहुल गुर्जर बनकर कालेज की छात्रा को अपने प्रेमजाल में फंसाकर दुष्कर्म करने, अश्लील वीडियो बनाकर मत परिवर्तन करने का दवाब बनाने एवं धमकी देने का आरोप है।
पीड़िता की रिपोर्ट पर सिराली थाने में धारा 376, 376 ( 2 ) एन ,506 भारतीय दंड विधान 3 (1) एससी-एसटी एक्ट मप्र धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 35 के तहत केस दर्ज किया गया। पीड़िता के अनुसार करीब दो साल पहले आरोपित शाहबाज अली ने राहुल गुर्जर बनकर दोस्ती कर प्रेमजाल में फंसाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद युवक ने अपना असली नाम शाहबाज अली बताया और मतांतरण करने के लिए दबाव बनाया। पुलिस ने आरोपित को अभिरक्षा में लिया है। निकाह के दोनों आमंत्रण पत्र कांग्रेस के पूर्व विधायक डा. आरके दोगने ने उपलब्ध कराते हुए कहा कि सैयद कंस्ट्रक्शन के मालिक सैयद अली के आरोपित पुत्र शहबाज अली के शादी के कार्ड पर भी कृषि मंत्री कमल पटेल का नाम छपा हुआ है, जिसमें उन्हें फूफाजी और दादाजी के नाम से संबोधित किया गया है। इसी व्यक्ति की दूसरी शादी के कार्ड में कृषि मंत्री को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।
पूर्व विधायक दोगने ने कृषि मंत्री पटेल से पूछा है कि क्या वह उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपित पर कार्रवाई कराएंगे या फिर रिश्तेदारी निभाएंगे। कांग्रेस ने उक्त मामलों को निष्पक्षता से जांच कराकर आरोपितों की गिरफ्तार कर सजा दिलाने की मांग की है। इधर, रविवार की विभिन्ना सामाजिक संगठनों ने सिराली थाने पहुंचकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम स्थानीय पुलिस को दुष्कर्म के आरोपित को कठोर सजा दिलाने की मांग को लेकर लेकर ज्ञापन सौंपा। इनमें हिंदू समाज द्वारा दिए ज्ञापन में पीड़िता को न्याय और आरोपित को सजा दिलाने की मांग की। आरोपित शाहबाज अली को सिराली थाना पुलिस ने अभिरक्षा में लिया है। सोमवार को आरोपित को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पीड़िता के बयान भी दर्ज किए गए हैं। खिरकिया एसडीओपी उदयभान सिंह मामले की विवेचना कर रहे हैं।
कार्ड छपवाने की मुझे कोई जानकारी नहीं, उसने मुझसे पूछ कर कार्ड नहीं छपवाए। हमारा किसी अपराधी को संरक्षण नहीं है। जो अपराध करेगा, उसे सजा मिलेगी। संरक्षण होता तो कार्रवाई होती क्या