भाेपाल। अलग-अलग स्थानाें पर तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। अनुकूल परिस्थितियां मिलने के कारण दक्षिण-पश्चिम मानसून भी लगातार आगे बढ़ रहा है। इस वजह से मिल रही नमी के कारण मध्यप्रदेश में बादल छाने लगे हैं। साथ ही कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही हैं। उधर नमी के कारण वातावरण में उमस भी बढ़ी हुई है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना रहने की संभावना है। गुरुवार काे जबलपुर, इंदौर, उज्जैन संभागाें के जिलाें में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। उधर नौतपा के आठवें दिन बुधवार काे प्रदेश में सबसे अधिक 44. 6 डिग्री सेल्सियस तापमान नौगांव में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून कर्नाटक तक आगे बढ़ गया है। वातावरण में नमी आने के कारण मप्र में भी बादल छाने लगे हैं। हालांकि बादल छंटने पर तापमान में तेजी से बढ़ाेतरी भी हाेने लगती है। बुधवार काे भाेपाल एवं ग्वालियर में अधिकतम तापमान में बढ़ाेतरी दर्ज की गई, जबकि इंदौर एवं जबलपुर में दिन का तापमान नहीं बढ़ा।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षाेभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच ट्रफ के रूप में बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर बांग्लादेश तक एक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है। इस वजह से मप्र में हवाओं के साथ नमी आ रही है। इससे बादल बने हुए है। शुक्ला के मुताबिक अभी एक सप्ताह तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। इसके बाद मानसून पूर्व की गतिविधियाें में तेजी आने के आसार हैं।