भोपाल। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार शाम एक बस खाई में गिर गई। इसमें मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के 28 तीर्थयात्री और ड्राइवर-क्लीनर समेत 30 लोग सवार थे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक न्यूज एजेंसी से कहा- हादसे में 26 लोगों की मौत हुई है। सभी यात्री चारधाम यात्रा पर जा रहे थे। सोमवार सुबह पुष्कर सिंह धामी और सीएम शिवराज सिंह चौहान घटनास्थल दामता पहुंचे।
सीएम शिवराज ने बताया कि मैं चार घायलों से मिला। उदय सिंह, उनकी पत्नी अक्खी राजा, राजकुमारी और ड्राइवर हीरा सिंह। हीरा ने बताया- स्टेयरिंग फेल हो गया था। उन्होंने पहाड़ की तरफ गाड़ी घुमाने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी पेड़ से टकराकर खाई में जा गिरी। उदय सिंह बोले- धड़ाक से आवाज आई और न जाने कितनी पलटियां खाकर बस खाई में जा गिरी। जब होश आया तो पुलिसवालों ने मुझे उठाया था। उनकी पत्नी अक्खी बाई मुझसे अपने बेटे का पूछ रही थीं। वो बोलीं, वहां कई लोगों की लाश पड़ी है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के डामटा में जो बस हादसे का शिकार हुई, उसमें मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के रहने वाले बांके बिहारी कट्या और उनके परिवार के 4 लोग सवार थे। बांके बिहारी की पत्नी रामसखी ने रविवार शाम 5 से 6 बजे के बीच पन्ना में रह रही बेटी रंजना से मोबाइल पर कहा था – टूर अच्छा है। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद बस के खाई में गिरने की खबर आ गई।
सीएम शिवराज ने कहा कि घटनास्थल पर मिले शवों का पीएम कराया गया है। शव 10 बजे तक देहरादून पहुंच जाएंगे। सड़क मार्ग से पन्ना की दूरी ज्यादा है, इसलिए हमने पार्थिव शरीरों को मध्यप्रदेश लाने के लिए एयरफोर्स के विमान मांगे हैं। दो बजे तक एयरफोर्स के विमान देहरादून आ जाएंगे। इसके बाद शवों को खजुराहो एयरपोर्ट से पन्ना के चार गांवों में पहुंचाया जाएगा। मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपए की मदद: सीएम सीएम शिवराज ने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपए की मदद देने की घोषणा की है। गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। सीएम ने कहा कि घायलों का इलाज फ्री हो, इसकी भी व्यवस्था करेंगे।
बस का नंबर UK-04 1541 है। यह हरिद्वार से चली थी। थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने बताया- गहरी खाई और अंधेरे की वजह से शवों को सड़क तक पहुंचाने में दिक्कत हुई। उत्तराखंड के हादसे के बाद एम्बुलेंस के साथ मेडिकल की टीम भी मौके पर मौजूद है। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।