भोपाल।मध्यप्रदेश में बैतूल और खंडवा के रास्ते मानसून की एंट्री हो चुकी है। इसके प्रभाव से राजधानी भोपाल लगातार 2 दिन से तरबतर हो रही है। इंदौर अब तक बारिश के लिए तरस रहा है। पहले इंदौर में मानसून की एंट्री 18 जून तक मानी जा रही थी, लेकिन अब लोगों को थोड़ा और इंतजार करना होगा। अरब सागर में मानसूनी गतिविधियां कमजोर होने और बंगाल की खाड़ी में गतिविधियां बढ़ने के कारण अब इंदौर की जगह भोपाल में पहले मानसून की पहले बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में शनिवार या शुक्रवार को मानसून पहुंचने की अधिकारिक घोषणा की जा सकती है, जबकि इंदौर में यह 21 जून तक ही पहुंचेगा। पहले इंदौर में 18 जून तक एंट्री बताई जा रही थी। ग्वालियर में 24 तक मानसून बारिश करा सकता है। ऐसी स्थिति में जून के अंतिम सप्ताह यानी 28 जून तक प्रदेश भर में बारिश होने की उम्मीद है। पहले मानसून की एंट्री समय से पहले होने वाली थी, लेकिन फिर यह तय समय पर पहुंचा। अरब सागर में सक्रिय होने और बंगाल की खाड़ी में उठे मानसून से समय से पहले जमकर बारिश की उम्मीद बढ़ गई थी, लेकिन पाकिस्तान से आ रही हवाओं के कारण अरब सागर का जोर कम पड़ने से यह मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की बॉर्डर पर आकर अटक गया। अभी भी यह बैतूल और खंडवा के आसपास अटका हुआ है। ऐसे में अब यह इंदौर में तय समय 21 जून के आसपास एंट्री कर सकता है। भोपाल में भी यह 18 से 19 के बीच आ सकता है। मध्यप्रदेश में 28 से 29 जून को मानसून सेट होता है। इस बार भी इन्हीं दिनों सेट हो सकता है।
अरब सागर के कमजोर होने के कारण इंदौर से मानसून रूठ सा गया है। इंदौर में अब 20 जून तक बारिश के आसार नहीं बन रहे हैं। मालवा निमाड़ के अधिकांश इलाकों की यह स्थिति बनी हुई है। शुक्रवार रात तक जबलपुर, खंडवा, गुना, शिवपुरी, शहडोल, विदिशा, रीवा, छतरपुर, उमरिया, कटनी, सिंगरौली, अशोकनगर, दमोह, नौगांव, उमरिया, सागर, सतना, छिंदवाड़ा, राजगढ़ और नर्मदापुरम जिले में भी बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा खंडवा में तो करीब 2 इंच बारिश हुई। मानसून की एंट्री के बाद प्रदेश का अधिकतम तापमान लुढ़ककर 38 पर आ गया है। सिर्फ नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 40 डिग्री रहा। इसके अलावा प्रदेश भर में यह 38 के नीचे आ गया। पचमढ़ी में तो सबसे कम 29 डिग्री तक आ गया। दिन और रात के तापमान सिर्फ 9 डिग्री का अंतर रह गया