राशि। हिंदू पंचांग में शुक्र ग्रह को विशेष महत्व दिया गया है। ज्योतिष के मुताबिक हर ग्रह एक निश्चित अवधि में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है। पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि शुक्र ग्रह को सुख, शांति, सुविधा, कला, साहित्य और भोग का कारक माना जाता है। जिस किसी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति अच्छी होती है, वे जीवन में हमेशा सुखी होती है। जब कुंडली में शुक्र देव किसी ऊंचे स्थान पर बैठे होते हैं तो जीवन में समृद्धि आने लगती है। 18 जून शनिवार को शुक्र ग्रह अपनी राशि वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र ग्रह 13 जुलाई तक वृषभ राशि में ही रहेंगे। शुक्र के इस राशि परिवर्तन से मेष, वृषभ समेत कुछ अन्य राशियों के जातकों को विशेष लाभ होगा।
शुक्र देव ने शनिवार को सुबह 8 बजकर 6 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश कर लिया है और 13 जुलाई तक इसी राशि में मौजूद रहेंगे। इसके बाद मिथुन में प्रवेश कर जाएंगे। शुक्र का अपनी स्वराशि वृषभ में गोचर किसी न किसी रूप से हर राशि के जातकों को प्रभावित करेगा।
इन राशियों के जातकों को मिलेगा लाभ
मेष – इस राशि के जातकों को शुक्र के वृष राशि में गोचर का लाभ मिलेगा। मेष राशि के लोगों को सफलता मिलेगी। व्यापारी पैसा कमाएंगे। दाम्पत्य जीवन सुखद हो सकता है।
वृषभ – शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन वृषभ राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में सुधार करेगा। धन कमाने के अवसर प्राप्त होंगे।
कर्क – शुक्र का वृभष राशि में गोचर कर्क राशि के जातकों के लिए फायदेमंद होगा। इनकी आय में वृद्धि हो सकती है। संतान पक्ष से शुभ समाचार प्राप्त होगा।
सिंह – शुक्र का गोचर जीवन में खुशियां ला सकता है। नौकरीपेशा लोगों के लिए तरक्की के योग बन सकते हैं।
कन्या – कन्या राशि के लोगों का भाग्योदय हो सकता है। प्रमोशन हो सकता है। ससुराल पक्ष से भी सहयोग मिलेगा। नया काम शुरू करने के लिए समय अच्छा है।