नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून सही गति से आगे बढ़ कहा है। अब यह मध्य भारत में भी दस्तक दे चुका है। उत्तर भारत में लगातार हुई वर्षा के चलते रविवार को भी गर्मी से राहत रही। दिन भर सूरज और बादलों के बीच लुकाछिपी चलती रही। वहीं बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से अलग-अलग स्थानों पर 17 लोगों की मौत की खबर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर बताया, आंधी तथा वज्रपात से भागलपुर में 6, वैशाली में 3, खगड़िया में 2, कटिहार में 1, सहरसा में 1, मधेपुरा में 1, बांका में 2 और मुंगेर में 1 व्यक्ति की मृत्यु दुःखद है। प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है। सभी मृतक के परिजनों को तत्काल 4-4 लाख रू० अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। लोगों से अपील है कि खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें तथा वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें। इस बीच, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, मुंबई ने मुंबई, पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार और मंगलवार को भी तेज हवा के साथ हल्की वर्षा के आसार हैं। ऐसे में दोनों दिनों के लिए यलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, 20 व 21 जून को अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री रहने के आसार हैं। दोनों दिन करीब 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलेगी। रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम 30.7 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 24.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 2011 से लेकर अभी तक जून माह में इतना कम अधिकतम तापमान कभी नहीं रहा।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में पिछले चार दिन से रुक-रुककर वर्षा का क्रम जारी है। इस कारण तापमान में भारी गिरावट आने से गर्मी और उमस से राहत मिली है। उत्तराखंड के चारधाम क्षेत्र में तो ठिठुरन लौट आई है। हालांकि, आज से प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क होने के आसार हैं, जबकि पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। बेंगलुरु के उत्तर और पूर्वी क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद दो लोगों की मौत हो गई। केआरपुरम, कावेरी लेआउट, गायत्री लेआउट, साईं लेआउट, होरामाव और गुरु लेआउट में जलजमाव हो गया है। केआरपुरम जोन बीबीएमपी के जोनल अधिकारी डा. केवी त्रिलोक चंद्रा ने कहा, बेंगलुरु के उत्तर और पूर्वी क्षेत्रों में 400 से अधिक घरों में पानी भर गया और 30 से अधिक घर जलमग्न हो गए हैं।