भोपाल। मानसून मध्य प्रदेश में 80 प्रतिशत क्षेत्र में छा गया है। अलग–अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में काफी नमी मौजूद है। इससे पूरे प्रदेश में रुक–रुककर बौछारें पड़ने का सिलसिला बना हुआ है। दिन और रात के तापमान में गिरावट आ गई है। इसी क्रम में मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सोमवार के न्यूनतम तापमान के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा।
उधर, पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रायसेन में 50.6, नर्मदापुरम में 49:2, उज्जैन में 42.6, गुना में 32.2, भोपाल में 32.2, छिंदवाड़ा में 29.4, रीवा में 25.2, नौगांव में 23.8, जबलपुर में 17.6, सिवनी में 12, खंडवा में 10, पचमढ़ी में 7.2, सतना में 7.1, दमोह में 7, दतिया में 6.2, रतलाम में 6, खजुराहो में 4.8, मलाजखंड में 4.4, इंदौर में 4.4, नरसिंहपुर में 3, सागर में 1, धार में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुर्इ।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद रहने के कारण मंगलवार को सुबह से ही आंशिक बादल बने हुए हैं। धूप निकलने से उमस भी बढ़ रही है। तापमान बढ़ने के कारण दोपहर के बाद शहर में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना है। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह सोमवार के न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर एवं उससे लगे पाकिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर बांग्लादेश तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। छत्तीसगढ़ से लेकर आंध्र प्रदेश तक एक द्रोणिका लाइन मौजूद है। महाराष्ट्र से लेकर केरल तक एक अपतटीय द्रोणिका लाइन बनी हुर्इ है। इन पांच मौसम प्रणालियों के कारण मप्र में वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञानियो के मुताबिक मंगलवार को राजधानी में दोपहर बाद गरज–चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
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