सीधी। बघौड़ी गांव की रहने वाली राजकुमारी पिता लालमणि पटेल मां के साथ शुक्रवार सुबह बड़ागांव के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर के बगल में बने देवी मां के मंदिर में पूजा अर्चना करने आई थी। पूजा करते-करते उसने अचानक अपनी जीभ काटकर अलग कर दी और माता के चरणों में चढ़ा दी।
जानकारी के अनुसार मामला सीधी जिले के बड़ागांव का है। ये घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। कोई इसे माता की भक्ति और अटूट आस्था बता रहा है तो कोई इसे हद से पार जाना बता रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि बघौड़ी गांव की रहने वाली राजकुमारी पिता लालमणि पटेल मां के साथ शुक्रवार सुबह बड़ागांव के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर के बगल में बने देवी मां के मंदिर में पूजा अर्चना करने आई थी। पूजा करते-करते उसने अचानक अपनी जीभ काटकर अलग कर दी और माता के चरणों में चढ़ा दी। उसके बाद युवती चुनरी ओढ़कर मंदिर में लेट गई। घटना के बाद वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई। युवती के परिजनों और पुलिस को सूचना दी गई।
परिजन जब मंदिर पहुंचे तो राजकुमारी की हालत बिगड़ने लगी थी। उसे वे अस्पताल लेकर गए और भर्ती कराया। हालांकि अब उसकी हालत ठीक है। पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों से सूचना मिली थी। अभी तक इस बात का पता नहीं लग पाया है कि युवती ने ऐसा क्यों किया? ग्रामीणों का कहना है कि युवती हर रोज देवी के इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने आती थी। देवी को खुश करने के लिए उसने इस तरह का कदम उठाया होगा।
अमिलिया थाना प्रभारी केदार परौहा दल-बल के साथ एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमिलिया में पदस्थ डॉक्टर स्वतंत्र पटेल देवी मंदिर के पास पहुंचे। डॉक्टर ने युवती का स्वास्थ्य परीक्षण किया। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की खतरे की बात नहीं है। युवती जल्द ही स्वस्थ हो जाएगी। युवती के पिता लालमणि पटेल का कहना है कि मैं अपने गांव बघौड़ी से बाहर पिपरहा गया हुआ था। जीभ काटने की घटना की जानकारी ग्रामीणों ने दी।