भोपाल। बुद्धि एवं वाणिज्य के कारक ग्रह माने जाने वाले बुध दो जुलाई शनिवार को 9:40 बजे पूर्ण रवि योग में अपनी स्वराशि मिथुन में प्रवेश करेंगे। बुध ग्रह का मिथुन राशि में भ्रमण 16 जुलाई तक रहेगा। मिथुन राशि में प्रवेश करने के बाद 5 जुलाई को बुध अस्त हो जाएंगे। इनका उदय कर्क राशि में भ्रमण करते हुए 30 जुलाई तक रहेगा। बुध एवं गुरु ग्रह स्वराशि में रहने से मिथुन, कन्या और मीन लग्न वाले जातकों के लिए भद्र एवं हंस नामक पंच महापुरुष योग बनेगा। इसके चलते व्यापार, शिक्षा एवं न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता देखने को मिलेगी। साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय पुरुषों को सम्मान भी मिलेगा।
पंडित राम जीवन दुबे ने बताया कि बुद्धि दाता ग्रह बुध एवं इस साल बृहस्पति के स्वराशि में भ्रमण करने से क्रमश: भद्र नामक और हंस नामक पंच महापुरुष योग मिथुन, कन्या, धनु और मीन लग्न एवं राशि वाले जातकों के लिए बनेगा। गुरु ग्रह को ज्ञान का कारक ग्रह होने के साथ ही साथ राजकृपा कारक भी माना जाता है। इसके स्वराशि में भ्रमण करने के उपरोक्त चार राशियों में हंस नामक पंच महापुरुष योग की निष्पत्ति हो जाती है। इसके कारण राज्य से संबंधित उच्च पद प्रतिष्ठा प्राप्त लोगों की कृपा एवं न्याय जनता को निष्पक्षता पूर्ण मिलता है। सरकारें नीर-क्षीर विवेक का परिचय देते हुए न्याय करेगी। शिक्षा के क्षेत्र में भी यह योग अहम भूमिका रखता है। जिसके चलते शिक्षा प्रणाली कुछ नए शोधों के साथ तेज गति से चलेगी। बुध ग्रह बुध्दि एवं वाणिज्य का कारक होकर स्वराशि में स्थित होने से मिथुन, कन्या, धनु और मीन लग्न और राशि वाले जातकों के लिए भद्र नामक पंच महापुरुष योग बन रहा है। जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार बढ़ने से देश का नाम गौरवान्वित होगा।
मेष : स्वजनों से लाभ, प्रवास के योग बनेंगे।
वृष : वाणी की चतुरता प्रतिष्ठा दिलाएगी।
मिथुन : शत्रु हानि पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
कर्क : व्यय की अधिकता व प्रवास में परेशानी होगी।
सिंह : आय के साधनों एवं राज से सुख मिलेगा।
कन्या : चहुंमुखी विकास के साथ स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
तुला : लंबित कार्य पूर्ण होंगे, देव धर्म में आस्था बढ़ेगी।
वृश्चिक : स्वास्थ्य की दृष्टि से समय शुभ नहीं रहेगा।
धनु : लाभ के साथ कार्य क्षेत्र में प्रगति जारी रहेगी।
मकर : स्वास्थ्य का ध्यान रखें, शुत्र हानि पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
कुंभ : शिक्षा में उन्नति के साथ संतान से सुख प्राप्त होगा।
मीन : व्यापार में कुछ संघर्ष के साथ सफलता प्राप्त होगी।
पंडित रामजीवन दुबे के अनुसार जिन जातकों के लिए अशुभ फलदायी है, उन्हें प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम या दुर्गा कवच, सिध्दि कुंज स्त्रोत संहिता का पाठ करना चाहिए।