भाेपाल। मध्य प्रदेश को पार करने के बाद गुजरात के कच्छ में बना कम दबाव के जिस क्षेत्र के कमजारे होकर खत्म होने की उम्मीद की जा रही थी वह पाकिस्तान पहुंचकर गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हाे गया है। इसके ताकतवर होने से इस मौसम प्रणाली से मानसून ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश के गुना एवं जबलपुर से हाेकर गुजर रही
इस वजह से प्रदेश में कई जगहों पर गरज–चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। इसी क्रम में गुरुवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक गुना में 30, छिंदवाड़ा में 18, जबलपुर में 10, नर्मदापुरम में चार, पचमढ़ी में चार, भाेपाल में 2.3, धार में 0.4, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक शुक्रवार–शनिवार काे इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भाेपाल, जबलपुर, शहडाेल एवं भाेपाल संभागाें के जिलाें में गरज–चमक के साथ वर्षा हाेने के आसार हैं। इस दौरान कहीं–कहीं भारी वर्षा भी हाे सकती है
मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि वर्तमान में अलग–अलग स्थानाें पर बनी मौसम प्रणालियाें के असर से नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। मानसून ट्रफ भी मप्र से हाेकर गुजर रहा है। इस वजह से अलग–अलग जिलाें में गरज–चमक के साथ वर्षा हाेने का सिलसिला बना हुआ है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। ओडिशा तट पर बना चक्रवात रविवार से आगे बढ़ने लगेगा। इसके असर से वर्षा की गतिविधियाें में और तेजी आने की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में दक्षिणी पाकिस्तान के आसपास निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ है। है। इससे लेकर मानसून ट्रफ लाइन अहमदाबाद, गुना, जबलपुर, पेन्ड्रा रोड और झारसुगड़ा-गोपालपुर से होते हुए पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। वहीं बंगाल की खाड़ी में ओडिशा–आंध्र प्रदेश के तट के पास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। दक्षिणी महाराष्ट्र से उत्तरी केरल तट के समानांतर अपतटीय ट्रफ लाइन बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियाें के कारण मप्र में रुक–रुक कर वर्षा हाे रही है। है।।है। रही है।