ग्वालियर। ग्वालियर में चुनावी जीत के जश्न में एक युवक की हत्या कर दी गई। हत्या से आक्रोशित लोगों ने करीब 6 घंटे तक हाईवे पर जाम लगाकर रखा। प्रशासन की समझाइश पर मामला शांत हुआ। मामला ग्वालियर जिले के डबरा के अजयगढ़ पंचायत का है। यहां प्रेमाबाई सरपंच चुनी गई हैं। इसी जीत की खुशी में शुक्रवार शाम गांव में गाजे-बाजे के साथ विजय जुलूस निकाला जा रहा था। बताया जा रहा है कि जुलूस में सरपंच प्रेमाबाई का बेटा मोनू गुर्जर अवैध हथियार लेकर चल रहा था। जुलूस जब चुनाव हारी प्रत्याशी शकुंतला बघेल के घर सामने से गुजरा, तो हारी प्रत्याशी शकुंतला बघेल के भतीजे रामवीर बघेल (25) से किसी बात को लेकर मोनू की बहस हो गई। इसके बाद मोनू ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें रामवीर की मौत हो गई। इसके बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई।
आपको बात दे, इस घटना से आक्रोशित लोगों ने हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। करीब 6 घंटे जाम के बाद यातायात सामान्य हो सका। फिलहाल हालात तनावपूर्ण है, लिहाजा यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। आरोपी पक्ष के लोग घरों पर ताले डालकर लापता हो गए हैं। बता दें, प्रेमाबाई ने शकुंतला बघेल को 400 वोटों से हराया है। गांव में गुर्जर और बघेल समुदाय के बीच काफी समय से वर्चस्व की लड़ाई भी चली आ रही है। वारदात के बाद गांव के लोग आक्रोशित हो गए। गांव में तनाव है। पीड़ित और आरोपियों के घर के बीच में सिर्फ 100 से 150 मीटर का फासला है। मृतक के परिवार में भी आक्रोश है। ऐहतियात के तौर पर गांव में पुलिस फोर्स तैनात है।
पुलिस ने गांव को पुलिस छावनी में बदल दिया है। मृतक के भाई की शिकायत पर सरपंच पुत्र मोनू गुर्जर, अरविंद गुर्जर, प्रेम सिंह, रामनरेश, भगवान सिंह व दो अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस पड़ताल कर रही है कि जब आचार संहिता लागू थी, तो जश्न में माउजर और अन्य हथियार कहां से आए। पुलिस को पता चला है कि अवैध हथियार मोनू लेकर आया था। एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात किया गया है। फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं।