अशोकनगर। सांप के काटने के बाद अंधविश्वास के चलते झाड़-फूंक कराने में समय बिताने की वजह से 35 वर्षीय युवक की जान चली गई। फिर भी परिवार के लोग अंधविश्वास से बाहर नहीं आए और मृतक के शव का पोस्टमार्टम गृह में भी झाड़-फूंक कराने लगे, वहां पर भी कुछ असर नहीं हुआ। जिस समय तांत्रिक झाड़-फूंक करने आया तब तक युवक के शरीर में अकड़न शुरू हो गई थी। बाद में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर शव उसके परिजनों को सौंप दिया ।
बर्रा गांव के 35 वर्षीय युवक नेपाल बंशकार की अंधविश्वास के चलते जान चली गई । युवक शनिवार की रात के लगभग 9 बजे गांव में ढोल बजाने के बाद अपने घर जा रहा था। तभी वह एक गली से निकल रहा था, वहां पर युवक को जहरीले सांप ने काट लिया। युवक ने सांप के काटने के बारे में अपने परिवार के लोगों को बताया, उन्होंने गांव में ही किसी तांत्रिक को बुला लिया और लगभग 3 घंटे तक झाड़ फूंक कराते रहे। तीन घंटे के बाद जब युवक की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो उसे उपचार के लिए पिपरई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए।
अंधविश्वास के चलते झाड़-फूंक कराने में समय अधिक बीत गया था और युवक की तबीयत बिगड़ती जा रही थी । इस वजह से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया जिला अस्पताल में कुछ समय उपचार चलने के बाद सुबह करीब 4 बजे युवक की मौत हो गई ।