ग्वालियर। ग्वालियर करीब एक साल पहले चलती ट्रेन में झांसी के सर्राफा कारोबारियों के साथ हुई 60 लाख रुपए की लूट के मामले में केस लगातार कमजोर होता जा रहा है। अब पुलिस द्वारा गवाह बनाए गए रेलवे के वेंडर राजेंद्र कुमार ने अपने बयान पलट लिए हैं उसने बताया कि थाने में उससे पुलिस अफसरों ने कोरे कागजातों पर हस्ताक्षर करवा लिए थे। इस मामले में कुल चार गवाह अब तक अपने बयानों से पलट चुके हैं। इनमें झांसी के तीनों कारोबारी राकेश अग्रवाल सागर अग्रवाल और संजय गुप्ता भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि 17 जून 2021 को झांसी से दिल्ली जा रहे इन कारोबारियों को चार लोगों ने खुद को राजस्थान क्राइम ब्रांच का पुलिसकर्मी बताकर 60 लाख रुपए लूट लिए थे। यह रुपए दो बैगों में भरे हुए थे। पहले इन्होंने अभिषेक तिवारी विवेक पाठक योगेंद्र सिंह सत्येंद्र सिंह प्रेम नारायण और मनोज के खिलाफ लूट का आरोप लगाया था। बाद में कहा कि उनकी ट्रेन में नींद लग गई थी उनके बैग कब गायब हो गए उन्हें पता ही नहीं चला। जिन लोगों पर लूट का आरोप लगा था उनमें जीआरपी आरपीएफ के लोगों के अलावा कुछ स्थानीय व्यक्ति भी शामिल थे।