शाजापुर। शाजापुर में कुछ दबंगों ने दलित समाज की नाबालिग लड़की को स्कूल जाने से रोका। इस बात को लेकर जमकर लाठी-डंडे चले। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामला शाजापुर जिले के बावलियाखेड़ी गांव का है। जहां 16 वर्षीय छात्रा को स्कूल जाने को रोका गया। इस बात पर दो पक्ष आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर लाठियां भांजीं।वहां मौजूद लोगों ने मारपीट का वीडियो भी बनाया है। छात्रा के परिवार के पांच लोग घायल हुए हैं, जो जिला अस्पताल में भर्ती हैं। उधर, आरोपी फरार है।
छात्रा लक्ष्मी मेवाड़ (16) ने बताया कि गांव के कुछ लोग उसके स्कूल जाने से खुश नहीं हैं। वे उसे स्कूल जाने से मना करते हैं। उसने बताया कि जब मैं स्कूल से लौट रही थी तो गांव के ही माखन, कुंदन और धर्मेंद्र सिंह ने मेरा रास्ता रोक लिया। उन्होंने कहा – हमारे गांव में लड़कियां स्कूल नहीं जाती, तुम भी नहीं जाओगी। यह बात मेरे भाई ने सुनी तो उसने विरोध करते हुए कहा – मेरी बहन तो पढ़ने जाएगी।
इस बात को लेकर उन्होंने भाई ने विवाद शुरू कर दिया। परिवार के लोगों ने उन्हें अलग किया। कुछ देर बाद उन्होंने फिर से लाठी-डंडे से हमला बोल दिया। देखते ही देखते दोनों पक्षों की ओर से लाठी-डंडे चलने लगे। विवाद में 55 साल के नारायण मेवाड़, 50 साल की अंतर बाई, 25 साल के लखन परिहार, 27 साल के कमल मेवाड़ और 16 साल के सचिन को चोट आई है। कोतवाली थाना प्रभारी एके शेषा ने बताया पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।