भोपाल। बिहार के फुलवारी शरीफ केस के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने रविवार को देश के छह राज्यों में 13 जिलो में छापामार कार्रवाई की थी। मध्य प्रदेश में भी भोपाल और रायसेन के सिलवानी में भी एनआइए की टीमों ने दबिश देते हुए दो संदिग्ध आतंकियों को हिरासत में लेते हुए उनके कब्जे से आपत्तिजनक सामग्री जब्त की थी। इन दोनों युवकों को लंबी पूछताछ के बाद देर रात छोड़ दिया गया। हालांकि इस घटना के बाद राज्य की पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राज्य में संदिग्ध किराएदारों की निगरानी की जाएगी। उन्होंने मकान मालिकों से भी अपील की है कि किसी संदिग्ध व्यक्ति को मकान या कमरा किराये पर न दें।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया के साथ चर्चा के दौरान एक सवाल के जवाब में बताया कि एनआइए की टीम द्वारा दो लोगों को हिरासत में लिया गया था। हालांकि पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया। इन्होंने आइएसआइएस नाम से एक टेलीग्राम ग्रुप बनाया हुआ था। इसकी जांच के लिए मोबाइल और लैपटॉप के क्लोन बनाकर एनआइए की टीम अपने साथ लेकर गई है।
गृहमंत्री मिश्रा ने यह भी बताया कि दोनों संदिग्धों को धारा 160 के तहत नोटिस देकर तलब किया गया था। रायसेन के सिलवानी में भी छापेमारी की गई थी। गृहमंत्री ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद प्रदेश में पुलिस को अलर्ट किया जाएगा कि ऐसे संदिग्ध लोगों के बारे में जानकारी लें। उन्होंने मकान मालिकों से भी संदिग्ध लोगों को अपना मकान किराये पर न देने और किरायेदार के बारे में संबंधित थाने को जानकारी देने की अपील की है।