ग्वालियर। ग्वालियर को सालों बाद कांग्रेस का चेहरा मिला है। शोभा ने सोमवार शाम को जीवाजी यूनिवर्सिटी के अटल बिहारी सभागार में शपथ ली। इस दौरान वहां सदन के नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, अशोक सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। इस दौरान शोभा ने कहा कि वह वचन देती हैं कि ग्वालियर के विकास के लिए हर संभव प्रयास करुंगी। उनके इस ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी कई पूर्व मंत्री, विधायक व पूर्व विधायक बने हैं।
ग्वालियर के लोगों ने जो सोचकर कांग्रेस की डॉ. शोभा सिकरवार को महापौर के लिए बहुमत दिया था वो ऐतिहासिक पल सोमवार को पूरा हुआ। सोमवार को महापौर और 66 वार्ड से जीते भाजपा-कांग्रेस के नवनिर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह हुआ है। नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा 17 ख के अनुसार महापौर व प्रत्येक पार्षद को निगम के पहले सम्मेलन में सभापति के चुनाव में भाग लेने या अपना पद ग्रहण करने के पहले कलेक्टर के समक्ष निर्धारित प्रारूप में शपथ या प्रतिज्ञान पर हस्ताक्षर करना अनिवार्य है। इससे स्पष्ट है कि सम्मेलन से पहले नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ पर हस्ताक्षर करना जरूरी था। इसलिए ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी अटल बिहारी सभागार में शपथ ग्रहण समारोह में यह एतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह हुआ है।
ग्वालियर में 57 साल से लगातार भाजपा के महापौर बन रहे थे, लेकिन अब जाकर कांग्रेस ने भाजपा की किलेबंदी को ध्वस्त किया है। सोमवार हुए शपथ ग्रहण को कांग्रेस ऐतिहासिक मान रही है। पहले कांग्रेस के पीसीसी चीफ कमल नाथ व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के शपथ ग्रहण समारोह में आने की खबर थी, लेकिन फिर उनका आना कैंसल हो गया। लेकिन नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह सहित कांग्रेस के पूर्व मंत्री व विधायक व पूर्व विधायक शपथ ग्रहण में शामिल हुए। शपथ ग्रहण समारोह में सभी 66 वार्ड के पार्षदों ने 11-11 पार्षदों के समूह में शपथ ली। जिसके बाद 5 अगस्त को परिषद का पहला सम्मेलन होगा। जो पार्षद शपथ ले चुके होंगे वही वोट डाल पाएंगे। इसलिए शपथ ग्रहण समारोह में सभी 66 वार्ड के पार्षद शामिल हुए हैं।
कांग्रेस की मेयर की मेयर इन काउंसिल में कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षदों को जगह मिलेगी। कांग्रेस के 26 में से 24 पार्षद पहली बार चुनाव जीते हैं। सिर्फ दो पार्षद विनोद यादव उर्फ माटू व उपासना सिंह ही दूसरी बार जीतकर आए हैं। इनका MIC में आना लगभग तय है। इसके अलावा कांग्रेस के पार्षद अवधेश कौरव मेयर पति विधायक सतीश के करीबी हैं। इसके अलावा वार्ड-19 से भाजपा के बागी बलवीर तोमर इस बार कांग्रेस से जीते हैं उनका भी नाम देखने को मिल सकता है। इसके साथ-साथ 6 निर्दलीयों में से 4 या 5 MIC में जगह ले सकते हैं।