उज्जैन। श्रावण मास के आखिरी सोमवार पर अल सुबह भस्मारती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकाल का आशीर्वाद लेने पहुंचे। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से आज शाम चार बजे श्रावण मास की आखिरी सवारी निकलेगी। सवारी में भगवान महाकाल भक्तों को चार रूपों में दर्शन देंगे। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिवतांडव तथा नंदी पर उमा महेश रूप में सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे। 15 अगस्त को भादौ मास की पहली तथा 22 अगस्त को शाही सवारी निकलेगी।
महाकाल मंदिर से शुरू होकर सवारी कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के तट पहुंचेगी। यहां महाकाल पेढ़ी पर पुजारी पालकी में विराजित भगवान चंद्रमौलेश्वर का शिप्रा जल से पूजन अर्चन करेंगे।
पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, गणगौर दरवाजा तिराहा, कार्तिकचौक, जगदीश मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबारोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए शाम 7 बजकर 10 मिनट पर पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी। पिछली दो सवारियों में उमड़े आस्था के सैलाब को देखते हुए प्रशासन ने सवारी मार्ग पर सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए हैं। भीड़ को दखते हुए स्कूली वाहनों के आवागमन में होने वाली परेशानी को देखते हुए शहर के समस्त स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए सोमवार का अवकाश घोषित किया गया है।