कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक और पत्र लिखा है। उनका यह पत्र सूबे में आंदोलनरत बेरोजगार युवाओं को लेकर है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि “उप्र का युवा बहुत परेशान और हताश है। कुछ दिनों पहले ही मैंने 12460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बातचीत की।
इस शिक्षक भर्ती में 24 जिले शून्य घोषित थे। यानि कि 24 जिलों में कोई जगह खाली नहीं थी। मगर इनके बच्चे अन्य जिलों की वैकेंसीज के लिए परीक्षा में शामिल हो सकते थे। इन बच्चों ने परीक्षा दी और अच्छे अंकों से पास भी हुए परंतु तीन साल बीत जाने के बाद भी इन प्रतिभावान युवाओं की नियुक्ति नहीं हो पायी है।”
उन्होंने पत्र में कहा है कि “ ये युवा मजबूरी में कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। इनमें से कई ऐसे बच्चे हैं जिनके जीवन संघर्ष से भरे हैं, इनकी दर्दनाक कहानी सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ है। मैं समझ नहीं पा रही हूं कि सरकार ने इनके प्रति एक आक्रामक और निर्मम स्वभाव क्यों बनाया है जबकि यही उत्तर प्रदेश का भविष्य बनाने वाली पीढ़ी है। और सरकार इनके प्रति जवाबदेह है।”
उन्होंने पत्र में आगे कहा है कि “महोदय, ये युवा बहुत परेशान हैं। कोरोना महामारी इनके ऊपर और भी कहर बरपा रही है। एक तो इन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। ऊपर से इस महामारी में उनके सामने गहरा आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है। कई अभ्यर्थी तो भयानक अवसाद में हैं। उनके ऊपर घर के नमक तेल और राशन का भी बोझ है।”
आखिर में उन्होंने सीएम मोदी से 24 शून्य जनपदों के बच्चों की तत्काल नियुक्ति की मांग की है।