नई दिल्ली। मानसून के दूसरे चरण में कई जगहों पर तेज बारिश हो रही है। जिस कारण बाढ़ से हालात बन गए हैं। कई प्रदेशों में अनुमान से ज्यादा बरसात हुई है। कई क्षेत्रों में कम बारिश की वजह से किसान परेशान हैं। इस बीच मौसम विभाग ने 21 अगस्त तक देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। कहा कि मध्यप्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और ओडिशा के कुछ हिस्से प्रभावित हो सकते हैं।
आईएमडी के अनुसार 18 अगस्त को सौराष्ट्र और कच्छ और 20-21 अगस्त को कोंकण और गोवा में भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं 19 अगस्त के आसपास बंगाल की उत्तरी खाड़ी पर निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव में हल्की बारिश का अनुमान है। 21 अगस्त तक मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ के साथ गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड में बरसात देखने को मिल सकती है। छत्तीसगढ़ में 21 अगस्त तक अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट है। इसी तरह 21 अगस्त को बिहार, पूर्वी मध्यप्रदेश, पश्चिम मध्यप्रदेश में तेज बारिश का अनुमान है। 22 अगस्त तक ओडिशा में भारी से बहुत भारी बरसात संभव है। वहीं दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।l
मौसम विभाग ने ओडिशा के 20 जिलों में आज (गुरुवार) येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही 17 जिलों में शुक्रवार को बहुत भारी बारिश की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को एक बुलेटिन में कहा, चक्रवाती परिसंचरण के कारण शुक्रवार तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार कटक, पुरी और खुर्दा सहित 20 जिलों में भारी बारिश संभव है। शुक्रवार को कटक, केंद्रपाड़ा और संबलपुर सहित 17 जिलों में 116-204 मिमी तक बारिश होने की भविष्यवाणी की गई है। मौसम विभाग ने शनिवार को कालाहांडी और पश्चिमी ओडिशा के सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार गुरुवार से जैसलमेर व बाड़मेर को छोड़कर ज्यादातर भागों में बरसात की गतिविधियों में कमी आएगी। अधिकतर भागों में मौसम शुष्क रहने और छुटपुट बारिश होने की संभावना रहेगी। बंगाल की खाड़ी में 19 अगस्त को कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 21 अगस्त से वर्षा का नया दौर शुरू होगा।