रिटायर्ड दरोगा से बिजली अधिकारी बनकर ठगे इतने रुपए

ग्वालियर। ग्वालियर में एक रिटायर्ड दरोगा (ASI)को बिजली बिल ऑनलाइन अपडेट न होने पर कनेक्शन काटने का डर दिखाया फिर बिजली अधिकारी बनकर समाधान बताया। 10 रुपए का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कराया और खाते से 39 हजार रुपए ठग लिए। घटना मानिक विलास कॉलोनी सिटी सेंटर की है। घटना का पता चलते ही रिटायर्ड दरोगा ने मामले की शिकायत एसपी ऑफिस पहुंचकर साइबर सेल में की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस तरह के ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं।

 

 

शहर के मानिक विलास कॉलोनी निवासी 61 वर्षीय प्रवीण शुक्ला पुत्र आरके शुक्ला रिटायर्ड एएसआई हैं। तीन दिन पहले प्रवीण के पास मोबाइल 8926123489 मैसेज व कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बिजली कंपनी का अफसर बताया और बिल जमा ना होने की बात कहकर कनेक्शन काटने को कहा। साथ ही बताया कि आगे से बिजली का बिल एप के माध्यम से ही भरकर जमा कराना है। इसके बाद बातों में उलझा कर उनके खाते से 39621 रुपए जमा करा लिए। ठगी का पता उस समय चला जब उन्होंने खाता चेक किया तो खाते से रुपए कट चुके थे। इसका पता चलते ही वह क्राइम ब्रांच की साइबर सेल पहुंचे और मामले की शिकायत की। साइबर सेल ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।

 

रिटायर्ड दरोगा ने अफसरों को बताया कि ठग ने कॉल करने के बाद बातचीत की और बिजली बिल अपडेट करने के लिए एक लिंक भेजी। जिस को खोला तो एनीडेस्क एप डाउनलोड हो गया। इसके बाद उनसे 10 रुपए एक खाते में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कराए। जिससे वह बिल अपडेट कर दे और उनका कनेक्शन ना कटे। जैसे ही उन्होंने दस रुपए ऑनलाइन पैमेंट किए, उनके खाते से 39621 रुपए निकल गए। साइबर सेल अफसरों का कहना है कि एनीडेस्क एप डाउनलोड कराने के बाद ठग आपके मोबाइल को रिमोर्ट पर ले लेते है और आपके द्वारा किए गए दस रुपए के ट्रांजेक्शन से वह आपका यूजर आईडी नंबर और पासवर्ड देख लेते है और इसके बाद वह मोबाइल को हैक कर पूरा अकाउंट खाली कर देते हैं और आपके पास आने वाले OTP और मैसेज को भी वह साथ में ही डिलिट कर देते हैं। जिससे जल्दी आपको ठगी का पता न लगे।

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