ग्वालियर। ग्वालियर के हजीरा में थूकने की बात पर दो पक्षों ने एक-दूसरे को जमकर पीटा। मामला पुलिस तक पहुंच गया। थाने के बाहर दोनों पक्ष के लोगों में फिर मारपीट हुई। पुलिस ने मामला दर्ज किया और सभी को शांत कराया। दूसरे दिन मारपीट में घायल अजीत को लेने पुलिस अस्पताल पहुंची तो परिजनों ने अभद्रता की। TI को गालियां देते हुए मारने दौड़े। अजीत तो स्ट्रेचर पर खड़े होकर ही TI मनीष धाकड़ पर हमला करने की कोशिश करने लगा। पुलिसकर्मी ने एक युवक की कॉलर पकड़ी तो वह बोला- 500 रुपए की टी-शर्ट खरीदी है, फट गई तो तुझसे ही वसूलूंगा। पुलिस ने और बल बुलाया और फिर हमलावर युवक और उसके रिश्तेदारों को पीटकर घसीटते हुए थाने ले गई। मामले में तीन FIR दर्ज की गई हैं। दो केस थूकने पर हुए विवाद के बाद क्रॉस रिपोर्ट को लेकर दर्ज हुए हैं। एक मामला पुलिस की तरफ से हमलावरों पर दर्ज किया गया है। प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि पुलिस पर हमला करने वाला अजीत इलाके में रौब भी झाड़ता है। वह कई नेताओं के खास होने का भी दावा करता है।
हजीरा चंदन नगर स्थित नई बस्ती में शनिवार देर रात अजीत सिंह भदौरिया ने पड़ोसी विपिन तोमर के घर के सामने थूक दिया था। इस पर विपिन ने उसे टोका। अजीत को विपिन का टोकना इतना नागवार गुजरा कि उसने गाली-गलौज के साथ हाथापाई कर दी। विवाद इतना बढ़ा कि मामला पुलिस तक पहुंच गया। हजीरा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले आई। थाने के बाहर दोनों पक्ष फिर भिड़ गए। समझाने पर भी नहीं माने तो पुलिस ने अजीत और विपिन दोनों पर सख्ती की। घायल अजीत सिंह को पास ही हजीरा सिविल हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। रविवार दोपहर पुलिस उसे कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाने के लिए अस्पताल पहुंची। यहां अजीत की मां का कहना था कि डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक बताते हुए जेएएच में भर्ती कराने के लिए कहा है। पुलिस ने डॉक्टरों से बात करवाने को कहा, लेकिन कोई भी डॉक्टर सामने नहीं आया। पुलिसकर्मी ने परिवार को समझाया कि कोर्ट में पेश करने दो, जमानत के बाद उसी अस्पताल में भर्ती करा देंगे। यह सुनते ही अजीत का चाचा जितेंद्र भदौरिया पुलिसकर्मियों से अकड़ गया। जितेंद्र खुद को कांग्रेस नेता बताने लगा।
अजीत और उसके चाचा जितेंद्र ने पुलिस जवानों से हाथापाई कर दी। TI हजीरा मनीष धाकड़ समझाने पहुंचे तो उनसे भी अभद्रता की। गालियां देते हुए उन्हें भी घेरकर पीटने का प्रयास किया। अजीत तो स्ट्रेचर पर ही खड़ा हो गया और हमला करने की कोशिश की। मामले की गंभीरता को देखते हुए और बल बुलाया गया। इसके बाद पुलिस अजीत और जितेंद्र को पीटते और घसीटते हुए थाने ले जाने के लिए निकली। यह देख परिवारवाले पुलिस वाहन के सामने आकर लेट गए।
लोगों का कहना है कि पुलिस पर हमला करने वाले दोनों चाचा-भतीजे हैं। भतीजा अजीत ने सोशल मीडिया पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ फोटो लगाकर रखा था, जिसे घटना के बाद हटा दिया गया। चाचा जितेंद्र खुद को कांग्रेस का नेता बताकर क्षेत्र में रौब झाड़ता है। यही कारण है कि लोग उनसे डरते हैं। सीएसपी रवि भदौरिया ने बताया कि दो पक्षों में रात को झगड़ा हुआ था, जिस पर दोनों पक्षों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई थी। रविवार को दोनों पक्षों को कोर्ट में पेश करने ले जाना था। एक पक्ष ने पुलिस से अभद्रता की और शासकीय कार्य में बाधा डाली, जिस पर पुलिस ने उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने पर मामला दर्ज किया है।