जबलपुर। मध्यप्रदेश में गणेश उत्सव की रौनक हर जिले में नजर आ रही है। बड़ी संख्या में लोग गणेश मंदिरों में बप्पा के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। प्रदेश मे कई ऐतिहासिक मंदिर हैं। जहां गणेशोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। संस्कारधानी जबलपुर में भगवान गणेश एक अतिप्राचीन धाम है, जहां श्रद्धालु मनोकामना पूरा होने के लिए अर्जी लगाते हैं।
अर्जी वाले गणेश का ये मंदिर जबलपुर में मां नर्मदा का पावन तट ग्वारीघाट के पास स्थित है। इस मंदिर में भगवान गणेश अपनी पत्नी रिद्धि और सिद्धि के साथ विराजमान हैं। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि मंदिर के निर्माण के लिए जब यहां गर्भगृह के हिस्से में खुदाई की जा रही थी, तब यहां करीब 4-5 फीट नीचे भगवान गणेश की ढाई फीट ऊंची प्रतिमा मिली थी।
गणेश मंदिर में मनोकामना पूरी होने के लिए भक्त मंदिर में अर्जी लगाते हैं। इसके लिए बकायदा रजिस्टर में भक्त अपनी मनोकामना को दर्ज कराते हैं। रजिस्टर में व्यक्ति का नाम, पता और उसकी मनोकामना लिखी जाती है। भगवान गणेश के सामने मनोकामना वाला नारियल भी रखा जाता है। लोग मनोकामना पूरी होने के बाद मंदिर में आकर अपनी मन्नत अनुसार प्रसाद चढ़ाते हैं।मंदिर को लेकर भक्तों की असीम आस्था है। भक्त नियमित तौर पर बुधवार को बप्पा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। गणेशोत्सव के दौरान 10 दिनों में तो भक्तों का तांता लगा रहता है। पास ही नर्मदा घाट होने की वजह से यहां सालभर भक्तों की भीड़ लगी रहती है।