राशि। हर ग्रह एक निश्चित समय अवधि के बाद गोचर या वक्री होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देवगुरु बृहस्पति की अवस्था का काफी महत्व होता है। गुरु ग्रह की चाल का सभी राशियों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वहीं अब देवगुरु बृहस्पति 12 साल बाद अपनी स्वराशि मीन में वक्री हुए हैं। गुरु ग्रह इस समय उल्टी चाल चल रहे हैं। वे 23 नवंबर तक इसी राशि में वक्री अवस्था में रहेंगे। गुरु के वक्री होने का प्रभाव इन तीन राशि वालों के लिए काफी शुभ होने वाला है। आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं जिन पर गुरु वक्री का प्रभाव पड़ने वाला है।
वृषभ राशि – बता दें कि गुरु ग्रह अपनी राशि से 11वें स्थान में वक्री हुए हैं। ज्योतिष के अनुसार इस स्थान को लाभ और आय का भाव माना जाता है। इस समय अवधि में इस राशि वालों के लिए आय के नए साधन मिलेंगे। व्यापारियों को भी अपने व्यापार में बड़ा मुनाफा होगा। निवेश के लिए यह समय अनुकूल है। दांपत्य जीवन में कई सारी खुशियां आएंगी।
मिथुन राशि – मिथुन राशि वालों के लिए वक्री गुरु काफी शुभ साबित होने वाले हैं। इस समय अवधि में इस राशि वालों को जमकर लाभ होगा। नौकरी पेशा लोगों को अपार सफलता प्राप्त हो सकती है। मिथुन राशि के दशम भाव में गुरु ग्रह वक्री हुए हैं। इस दौरान इस राशि वालों का भाग्य चमक उठेगा। व्यापारियों को व्यापार में बंपर मुनाफा होगा।
कर्क राशि – गुरु के वक्री होने से आपको भाग्य का साथ मिलेगा। इस दौरान कर्क राशि वालों के अटके हुए काम पूरे होंगे। यात्रा पर जाना हो सकता है। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को लाभ प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहेगा। जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा।