हेल्थ। सीने में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। अक्सर लोग इस दिल की बीमारी या हार्ट अटैक समझने लगते हैं। सीने के निचले हिस्से में दर्द होना सामान्य नहीं माना जाता है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कई लोगों में सीने के निचले हिस्से में दर्द दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण होता है। इसके अलावा सीने के निचले हिस्से में दर्द आपके फेफड़ों में खराबी, मांसपेशियों में समस्या, पसलियों या नसों में दिक्कत के कारण भी हो सकता है। कई बार लोगों के पेट में गैस के कारण भी सीने में दर्द की समस्या होती है। कुछ लोगों में छाती के निचले हिस्से और बाईं पसलियों में दर्द की समस्या होती है। सीने के इस हिस्से को लेफ्ट अपर काड्राइंट भी कहा जाता है। सीने या छाती के निचले हिस्से में दर्द होने पर आपको बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी तरह की दवा नहीं लेनी चाहिए।
सीने में दर्द होने के दो कारण हो सकते हैं। कार्डियोलॉजिस्ट के अनुसार सीने के निचले हिस्से में या छाती में होने वाला दर्द मुख्यतः दो कारणों से हो सकता है। इसमें पहला कारण गैस या एसिडिटी है वहीं दूसरा कारण दिल से जुड़ी बीमारी या समस्या हो सकती है। दिल की मांसपेशियों में परेशानी, ब्लड फ्लो बाधित होने और हार्ट अटैक की स्थिति में सीने के निचले हिस्से में दर्द होने के ये कारण हो सकते हैं।
सीने या छाती के निचले हिस्से में दर्द होना दिल की बीमारी का पहला लक्षण माना जाता है। हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर की समस्या के अलावा हार्ट से जुड़ी कई अन्य स्थितियां भी सीने के निचले हिस्से में दर्द का कारण बन सकती है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज, एंजाइना आदि के कारण भी सीने में दर्द होता है। यह दर्द जबड़े और कंधे तक भी हो सकता है। मांसपेशियों में सूजन या मायोकार्डिटिस की समस्या के कारण भी सीने में गंभीर दर्द हो सकता है। साथ ही सीने में दर्द हृदय के आसपास की थैली में सूजन या संक्रमण के कारण भी हो सकता है।
फेफड़ों में सूजन और संक्रमण की वजह से भी छाती के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। फेफड़ों से जुड़ी कुछ स्थितियां जैसे निमोनिया, पल्मोनरी एम्बोलिज्म, छाती में चोट या न्यूमोथोरैक्स, फेफड़ों की धमनियों में ब्लड प्रेशर बढ़ना, दमा, सीओपीडी, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस आदि के कारण भी सीने में दर्द हो सकता है। फेफड़ों की वजह से आपके सीने की निचले हिस्से में होने वाला दर्द मध्यम और गंभीर दोनों हो सकता है।
पेट और पाचन से जुड़ी समस्याओं के कारण भी आपके सीने के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। इसके लिए गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग, एसोफेजल, हाइपरसेंसिटिविटी, एसोफेजल काॅन्ट्रैक्शव डिसऑर्डर, पेप्टिक अल्सर, हर्निया, क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस आदि के कारण भी सीने या सीने के निचले हिस्से में दर्द की समस्या हो सकती है। इसमें अलग-अलग स्थितियों के हिसाब से बैठने, खड़े होने या लेटने पर सीने के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है।
सीने के निचले हिस्से में दर्द की समस्या हड्डियों और मांसपेशियों से जुड़ी भी हो सकती है। हड्डियों में चोट लगने, पसलियों में परेशानी, मांसपेशियों में तनाव या सूजन, वायरल इन्फेक्शन आदि भी छाती या सीने के निचले हिस्से में दर्द का कारण हो सकते हैं। इन समस्याओं की वजह से होने वाला दर्द कुछ समस्या के लिए रहता है और अपने आप ठीक हो जाता है।
पैनिक अटैक, चिंता और स्ट्रेस की वजह से भी सीने में तेज दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे लोग जिन्हें मानसिक समस्याओं के कारण सीने में दर्द होता है उन्हें सांस लेने में दिक्कत, दिल की धड़कन अनियमित होना, झुनझुनी, चक्कर आना आदि लक्षण देखे जाते हैं।
सीने या छाती के निचले हिस्से में दर्द से बचने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में सुधार बहुत जरूरी है। कुछ लोगों में खानपान में गड़बड़ी और लाइफस्टाइल से जुड़े कारणों की वजह से सीने या छाती में तेज दर्द हो सकता है। खानपान और जीवनशैली में सुधार करने से दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है। इस स्थिति से बचने के लिए डाइट में फाइबर की पर्याप्त मात्रा शामिल करें और धूम्रपान करने से बचें। नियमित रूप एक्सरसाइज या योग का अभ्यास करने से भी आपको दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम कम होता है और सीने में दर्द की समस्या से बचाव होता है।