राशि। भारतीय ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है या राशि परिवर्तन करता है तो उसका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। अगर ग्रह किसी राशि के साथ युति करता है तब भी मानव पर उसका प्रभाव देखने को मिलता है। शनि देव 17 जनवरी से कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। जब भी शनि किसी राशि में प्रवेश करते हैं तो किसी राशि पर शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती शुरू होती है, तो किसी को इससे मुक्ति मिलती है।
कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे शनि देव
ज्योतिष के अनुसार शनि ग्रह जुलाई 2022 से मकर राशि में वक्री अवस्था में थे। अब 23 अक्टूबर 2022 से मकर राशि से मार्गी होंगे। यानी शनि मकर राशि में 17 जनवरी 2023 तक मार्गी अवस्था में भ्रमण करेंगे। उसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के कुंभ राशि में गोचर करने के साथ ही कुछ राशियों से साढ़ेसाती और ढैय्या खत्म हो जाएगी। वहीं कुछ राशियां को शनि के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा।
इन राशियों को मिलेगी साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति
वैदिक पंचांग के अनुसार 17 जनवरी 2023 से शनि का कुंभ राशि में प्रवेश होगा। इसके साथ ही तुला और मिथुन राशियों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलने जा रही है। वहीं धनु राशि के लोगों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलने के साथ ही इन राशि का जताकों के बिगड़ने काम बनने लगेंगे। तरक्की के मार्ग खुल जाएंगे। नई जॉब का प्रस्ताव आ सकता है। साथ ही अगर जॉब कर रहे हैं तो प्रमोशन और इंक्रीमेंट हो सकता है। व्यापार में अच्छा धनलाभ हो सकता है।
इन राशियों पर शुरू होगी साढ़ेसाती
जनवरी 2023 से शनि ग्रह कुंभ राशि में गोचर करेंगे। मतलब जनवरी 2023 से कुंभ, मकर और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही जनवरी 2023 में कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी। इन लोगों को जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।