भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रेवांचल एक्सप्रेस में महिला से छेड़छाड़ करने के आरोप में घिरे विधायकों को क्लीन चिट दे दी है। पीसीसी की अनुशासन समिति ने शिकायत को झूठा मानकर क्लीनचिट दे दी। वहीं, अन्य शिकायतों पर 44 कार्यकर्ताओं को शोकॉज नोटिस जारी किया है। पांच को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) की रविवार को अनुशासन समिति की बैठक हुई। कांग्रेस के संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया अनुशासन समिति की बैठक में कुल 88 शिकायतों पर चर्चा हुई है। इससें 44 कार्यकर्ताओं को शोकॉज नोटिस दिए गए हैं। 5 कार्यकर्ताओं के खिलाफ गंभीर शिकायतें होने और उनके संतोषजनक जवाब न मिलने पर निष्कासन की कार्रवाई की गई है। अनुशासन समिति के अध्यक्ष भारत सिंह ने बताया नगरीय निकाय चुनाव के बाद अनुशासन समिति को कई शिकायतें मिलीं थीं। उनके संबंध में बैठक में चर्चा हुई। जिन लोगों ने पार्टी के खिलाफ काम किया है उनके निष्कासन की अनुशंसा की गई है। चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा जिन लोगों को नोटिस दिए गए हैं या जिन्हें निष्कासित किया गया है। वे अगर लिखित में माफी मांगते हैं और यह आश्वासन देते हैं कि भविष्य में पार्टी लाइन से हटकर काम नहीं करेंगे। तो उनके खिलाफ प्रस्तावित कार्रवाई को कैंसिल भी किया जा सकता है।
सतना और कोतमा के कांग्रेस विधायकों पर ट्रेन में महिला से छेड़छाड़ के आरोपों पर चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा प्राथमिक रूप से जो मामला जानकारी में आया है। उससे यह लगता है कि शिकायत झूठी है। विधायकों के खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं। हमारे विधायकों ने जो जवाब पीसीसी को दिया है उससे कांग्रेस कमेटी संतुष्ट है। मप्र कांग्रेस कमेटी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का कोई प्रस्ताव नहीं हैं। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद ये मामला अब न्यायालय के अधीन है।
बता दें 6 अक्टूबर को रेवांचल एक्सप्रेस से सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाह और कोतमा से विधायक सुनील सराफ सवार थे। कोच में एक महिला भी रीवा से रानीकमलापति रेलवे स्टेशन अपने 7 माह के बेट के साथ सफर कर रही थी। महिला ने दोनों विधायकों के अभद्रता करने का आरोप लगाया था। इस मामले में जीआरपी ने एफआईआर दर्ज की है।