छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा तहसील में पदस्थ विक्रम सिंह ठाकुर की 25 वर्षीय पत्नी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा अज्ञात कारणों के चलते घर में बच्चे के झूले से फांसी लगा ली गई। जिन्हे उपचार के लिए परासिया रोड स्थित आरोग्य अस्पताल ले जाया गया। जहां प्रशासन के वरिष्ठ अफसरों और कर्मचारियों सहित पुलिस अफसर पहुंच गए थे। जहां डॉक्टरों द्वारा देर रात तक नायब तहसीदार की पत्नी प्रज्ञा ठाकुर को बचाने का प्रयास किया गया, किन्तु उनकी मौत हो गई।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि नायाब तहसीलदार द्वारा बाजार जाने के लिए उनकी पत्नी से साढ़े 5 बजे घर आने की बात कही गई थी। किंतु वो साढ़े 6 बजे घर पहुंचे। तब तक उनका 10 माह का बच्चा सो गया था। ऐसे में बाजार जाने की बात कल पर टल गई। तभी अचानक प्रज्ञा ने घर के अंदर दूसरे कमरे में जाकर फांसी लगा ली।
करीबन आधा घंटे बाद नायब तहसीलदार ने घर के अंदर जाकर देखा तो उनकी पत्नी फांसी के फंदे में झूल रही थी। जिसे तुरंत फांसी के फंदे से उतारकर उपचार के लिए आरोग्य हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। विक्रम सिंह ठाकुर की प्रज्ञा ठाकुर के साथ 3 साल पहले शादी हुई थी। उनका 10 महीने का एक बेटा भी है, फिलहाल पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है कि आखिर दोनों के बीच में ऐसा क्या हुआ कि पत्नी को फंदा लगाना पड़ा।