भिंड। भिंड के लहार अनुविभाग में एक युवक एसडीएम कार्यालय में शिकायत करने पहुंचा। पीड़ित ने फरियाद सुनाते हुए कहा कि मेरा फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र, मेरे भतीजे ने तैयार कराया और पटवारी व तहसीलदार की मिलीभगत से मेरे हिस्से की जमीन नाम करा ली। ये मामला सामने आते ही पटवारी पर गाज गिरी। भिंड कलेक्टर के आदेश पर पटवारी को निलंबित कर दिया गया। फिलवक्त पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। फरियादी चंदन पुत्र भैय्यालाल विश्वकर्मा निवासी वार्ड क्रमांक 11 लहार का है। पीड़ित ने प्रशासनिक अफसरों के समक्ष उपस्थित होकर शिकायत की है। उसके पिता की मौत के बाद वो अपने बुआ के घर रहकर है। इधर उसके भाई के पुत्र अजय ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पटवारी समेत अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर तैयार कर लिया। इसके बाद पिता की संपत्ति में से हिस्से की जमीन को स्वयं के नाम करवा ली। पीड़ित ने अपने शिकायत में बताया कि उसके भतीजे ने हल्का नम्बर 18 पर पदस्थ पटवारी पदम सिंह यादव तथा लहार राजस्व विभाग के आला अधिकारियों तथा फर्जी गवाहों को तैयार कर उनके द्वारा फर्जी गवाही लगवा कर अपनी रिपोर्ट में मुझे चंदन विश्वकर्मा को फौत (मृत) घोषित करवा दिया है।
जानकारी देते हुए पीडित ने बताया कि भतीजे ने सारी संपत्ति हड़पने के लिए अफसरों के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा है। अब हड़पी संपत्ति को उसका भतीजा धीरे धीरे विक्रय कर रहा है। इसी बात से दुखी पीड़ित चंदन विश्वकर्मा अपनी बुआ के साथ अब न्याय पाने की आस में राजस्व विभाग के आला अधिकारियों के दरवाजे पर न्याय की गुहार लगाते दर दर भटक रहा है।
इस पूरे मामले में भिंड कलेक्टर के आदेश पर पटवारी पदम सिंह यादव निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे मामले में दैनिक भास्कर से चर्चा करते हुए पटवारी यादव ने बताया कि इस मामले में रिपोर्ट मांगी गई थी। मैंने वरिष्ठ अफसरों को रिपोर्ट सौंप दी है। आवेदक चंदन विश्वकर्मा द्वारा की गई शिकायत निराधार है। भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस का कहना है पीड़ित की शिकायत को गंभीरता से लिया है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। यद्पि कोई दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ कानून कार्रवाई की जााएगी।