नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद जब नए नोट सरकार द्वारा चलाए गए थे। उस समय ये अटकलें लगाई जा रही थी कि जो 2000 के नए नोट सरकार ने चलाए हैं, वो भी बहुत जल्द बंद हो जाएंगे। क्योंकि सब ओर ये बताया जा रहा था कि 2019 से 2000 रुपए के नोटों की प्रिंटींग बंद कर दी गई थी। ये जानकारी RBI की वार्षिक रिपोर्ट के दौरान सामने आई थी। इसी पर लोगों की अटकलों पर सरकार ने लगाम लगा दी है। सरकार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि 2000 के नोट चलन के बाहर नहीं होंगे।
बताया जा रहा है कि वित्त राज्य Minister Anurag Thakur ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में इस से संबंधित जानकारी दी है। जिस पर उन्होंने कहा, 2000 के नोट बंद होने या इनकी प्रिंटींग से संबंधित आ रही सभी खबरें झूठी हैं। साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि 2000 के नोटों की छपाई में कमी आई है। ये कमी कोरोना काल के कारण हुई है। क्योंकि कुछ समय के लिए कोरोना संकट के कारण नोटों की छपाई पर रोक लगा दी गई थी।
कोरोना के कारण छपाई काम हुई थी 2000 के नोटों की, 2019 में 2,000 के कुल 273.98 करोड़ चलन में थे
दरअसल, संपूर्ण लॉकडाउन के कारण दो हजार के नोटो पर अस्थायी तौर पर रोक लगी दी गई थी। वहीं, कोरोना काल में 23 मार्च 2020 को ही 2000 के नोटों की प्रिंटिंग बंद कर दी गई थी। साथ ही, मंत्री अनुराग ठाकुर ने ये भी बताया कि इनकी प्रिंटिंग 4 मई से दोबारा शुरु कर दी गई थी। इसपर सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SPMCIL) ने सूचित किया है कि COVID-19 महामारी के कारण उनकी प्रेस में भी बैंक नोटों की छपाई प्रभावित हुई थी।
कोरोना संकट के कारण इन नोटों की छपाई में कमी की बात अनुराग ठाकुर द्वारा कही गई है। लेकिन, अब दोबारा 2000 के नोटों की छपाई शुरु हो गई है। इसी के साथ ये भी बताया कि 31 मार्च, 2019 तक 2,000 के कुल 273.98 करोड़ चलन में थे।