इंदौर। धनतेरस मत-मतांतर के साथ 22 और 23 अक्टूबर को रहेगी। इन दोनों ही दिन दंड नायक शनिदेव का विशेष प्रभाव रहेगा। इसमें पहले दिन शनि प्रदोष पर अकाल मृत्यु से मुक्ति के लिए यम दीपदान होगा तो दूसरे शनिदेव मार्गी होंगे। यानी उल्टी चाल छोड़कर सीधी चाल चलेंगे। इसका विशेष लाभ पांच राशियों को मिलेगा। इसमें मेष, मिथुन, तुला, सिंह और धनु शामिल हैं। अन्य सात राशियों के लिए यह परिवर्तन मिश्रित फलदायी रहेगा। ज्योतिर्विद के मुताबिक, धनतेरस पर बन रहे विशेष संयोग में सोना-चांदी, भूमि-भवन, वाहन, इलेक्ट्रानिक उपकरण, बर्तन सहित सभी प्रकार की खरीदारी तीन गुना लाभ प्रदान करेगी।
सुख-समृद्धि की देवी महालक्ष्मी के पूजन के पर्व दीपावली की शुरुआत हर बार की तरह धनतेरस के साथ होगी। हालांकि, इसमें खास बात यह होगी कि खरीदी का यह महामुहूर्त दो दिन शनिवार और रविवार को रहेगा। छुट्टी के दिन शनिवार और रविवार को धनतेरस होने से बाजार में उत्साह देखने को मिलेगा। शनि मंदिर जवाहर मार्ग के ज्योतिर्विद कान्हा जोशी के मुताबिक, कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी शनिवार दोपहर 3.03 बजे से रविवार की शाम 5.20 बजे तक रहेगी। दीपावली पर्व में प्रदोषकाल की प्रधानता होती है। जिस दिन प्रदोषकाल में जो तिथि हो, वह पर्व मनाया जाता है। उज्जैन के पंचांगों के मुताबिक, 22 अक्टूबर को धनतेरस, 23 को रूप चतुर्दशी और 24 को महालक्ष्मी पूजन होगा। 25 को सूर्य ग्रहण होने के कारण गोवर्धन पूजन 26 और भाईदूज 27 को मनाई जाएगी। हालांकि, कई पंचांगों में 22-23 अक्टूबर दोनों दिन प्रदोषकाल में त्रियोदशी तिथि मिल रही है। इसके चलते धनतेरस दो दिन मनाई जा रही है। रूप चतुर्दशी का दीपदान 23 को ही होगा और अभ्यंग्य स्नान 24 को दीपावली के दिन सुबह किया जाएगा
वही ज्योतिर्विद विनयकांत त्रिवेदी का कहना है कि धनतेरस के पहले दिन दिन शनि प्रदोष रहेगा, जबकि दूसरे दिन सर्वार्थसिद्धि, अमृत सिद्धि योग बनेगा। दूसरे दिन शनिदेव मार्गी होकर सीधी चाल चलेंगे। शनि का मार्गी होना मेष, मिथुन, तुला, सिंह और धनु राशियों के लिए विशेष लाभदायी होगा। इसके अतिरिक्त अन्य राशियों के लिए मिश्रित फलदायी रहेगा
22 अक्टूबर को खरीदारी के लिए मुहूर्त
शुभ : सुबह 7.50 से 9.15 बजे और रात 8.55 से 10:30 बजे तक।
चर : दोपहर 12.05 से 1.30 बजे तक।
लाभ : 1:31 से 2:55 बजे और शाम 5.45 से 7.20 बजे तक।
अमृत : दोपहर 2.55 से 4.20 बजे और रात 10.31 से 12.05 बजे तक।
23 अक्टूबर को खरीदारी व धन्वंतरि पूजन के लिए मुहूर्त
चर : सुबह 7.51 से 9.15 और रात 8.54 से 10.30 बजे तक।
लाभ : सुबह 9.15 से 10:40 लाभ।
अमृत : 10.40 से 12.05 और रात 7.20 से 8.54 बजे तक।
शुभ : दोपहर 1.30 से 2.55 व शाम 5. 44 से 7.20 तक।