खंडवा। खंडवा जिले में दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। आरोपियों ने घर में सो रही चार साल की बच्ची को अगवा कर उसके साथ गैंगरेप किया और बाद में उसकी हत्या करने की कोशिश की। नशे की हालत में आरोपी बच्ची के बेहोश होने पर उसे मरा समझकर झाड़ियों में फेंककर भाग गए। सुबह से लापता बच्ची करीब 14 घंटे बाद घर से डेढ़ किमी दूर झाड़ियों में गंभीर हालत में मिली। फिलहाल बच्ची का इलाज जारी है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़ित बच्ची पंधाना के आदिवासी परिवार की है। वह एक हफ्ते पहले ही अपनी बुआ के साथ दिवाली मनाने खंडवा आई थी। उसके फूफा गांव में बने एक खेत में काम करते हैं, खेत में ही उनकी झोपड़ी बनी है, जहां वह रहते हैं। वारदात वाली रात भी पीड़िता घर में अपने फुफेरे भाई के साथ खाट पर सो रही थी, जबकि परिवार के अन्य लोग बाहर सो रहे थे। सुबह बच्ची घर पर नहीं मिली तो बुआ और फूफा ने पंधाना से उसके पिता को बुलाया, जिसके बाद बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। शिकायत के बाद सीएसपी पूनमचंद्र यादव, टीआई बीएल अटोदे समेत दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी बच्ची की छानबीन में जुटे।
पुलिस ने परिजनों से बातचीत के बाद शक के आधार पर पास घर के पास स्थित राजपूत ढाबे पर काम करने वाले एक वेटर राजकुमार को हिरासत में लिया। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपने खरगोन निवासी रिश्तेदार दिलीप के साथ मिलकर वारदात करना कबूल किया। पुलिस ने बताया कि जब आरोपी को मौके पर लेकर आए तो उसने बताया कि रात को वह चुपचाप झोपड़ी में घुसा। खटिया पर सोई मासूम को उठाया। इसके बाद मासूम को मारकर झाड़ियों में फेंक दिया है। नशे में था, इस वजह से याद नहीं कि किस झाड़ी में फेंका है। तलाश के बाद पुलिस ने घर से डेढ़ किलोमीटर दूर जाम व कटहल के बगीचे के पास झाड़ियों में तलाश की, जहां मासूम मिल गई।
खंडवा एसपी विवेक सिंह का कहना है कि 14 घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची की तलाश पूरी हुई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। मासूम के गले पर नाखूनों के निशान है। शरीर में कई अन्य चोटें हैं। डॉक्टर की जांच के बाद पता चलेगा कि बच्ची के साथ क्या हुआ है। आरोपी राजकुमार पर पहले ही एक आगजनी का मामला दर्ज है। उसके दूसरे साथी की तलाश जारी है। बच्ची के साथ सेक्सुअल एसॉल्ट हुआ है।