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Wednesday, January 15, 2025

किडनी में पथरी की समस्या से बचने के लिए रोज करें ये उपाय

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भोपाल। किडनी का काम किसी छन्नी की तरह हमारे शरीर में प्रवाहित होने वाले रक्त में से हानिकारक तत्वों को छानकर उसका शुद्धीकरण करना है। किडनी द्वारा रक्त शुद्धीकरण के दौरान सोडियम, कैल्शियम और अन्य दूसरे तत्व बारीक कणों के रूप में यूरेटर के माध्यम से ब्लैडर तक पहुंचते हैं, और निश्चित मात्रा से ज्यादा होने पर पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते हैं। जब रक्त में इन तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है तो ये किडनी में जमा होकर पत्थर के टुकड़ों जैसा आकार ले लेते हैं, जिसके कारण ब्लैडर तक यूरिन पहुंचने के रास्ते में रुकावट आती है और किडनी स्टोन यानी गुर्दे की पथरी की समस्या पैदा हो जाती है। पथरी के लक्षण जगह के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। चार से पांच एमएम तक की किडनी की पथरी अगर नुकीली नहीं हो तो आसानी से निकल जाती है। इसके मरीज को हाइड्रोथेरेपी की सलाह दी जाती है। इसमें मरीज को हर दिन छह से सात लीटर तक पानी पीने के लिए कहा जाता है। हालांकि, दूसरे व्यक्ति को भी कम से कम हर दिन कम से कम पांच लीटर पानी पीने की जरूरत है। इससे पेशाब ज्यादा होने पर पथरी नहीं बनती या बनती भी है तो निकल जाती है। किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी की समस्या से बचाव के लिए नियमित रूप से यह काम करें।

– किडनी स्टोन की समस्या बच्चों में भी हो जाती है। दरअसल बच्चे पानी कम पीते हैं। स्कूल में पेशाब रोकने की उनकी आदत हो जाती है। बच्चों को पानी पीने आदत डालें।

– किडनी में पथरी के निर्माण को रोकने के लिए सबसे अच्छा तरीका पूरे दिन में बार-बार पानी पीना है। यह आपके शरीर से हानिकारक तत्वों को पेशाब के जरिए बाहर निकालने में मदद करेगा।

 

 

– चिकित्सकीय जांच में यदि उच्च कैल्शियम युक्त सामग्री पथरी के गठन का कारण है, तो कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ दूध, दही, पनीर और छाछ जैसे डेयरी उत्पादों के सेवन से बचना चाहिए।

– यदि आपके यहां किडनी स्टोन की समस्या का वंशानुगत इतिहास है, तो आपको अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। आप कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन सी की खुराक, नमक आदि का सेवन कम से कम करें।

 

– अगर आपको गुर्दे में पथरी की समस्या है तो आपको अपने आहार में राजमा, करेला, तरबूज, तुलसी, अनार, नारियल पानी, मूली आदि को शामिल करना चाहिए। मूली पथरी को दूर करने में बहुत मददगार होती है। गाजर में कैल्शियम ऑक्सलेट मौजूद होता है, जो कि पथरी को तोड़ने का काम करता है। तुलसी का नियमित सेवन भी लघु आकार की पत्थरी को तोड़ते हुए पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकालने में मददगार साबित होता है।

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