दमोह। मध्यप्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों का स्तर सुधारने की तमाम योजनाएं चला रहा है, लेकिन व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की मनमानी से छात्रों का भविष्य अंधेरे में जा रहा है। दमोह जिले में ऐसे ही 14 लापरवाह शिक्षकों को हाल ही में निलंबित किया गया है। एक साथ 14 शिक्षकों के सस्पेंड होने से विभाग में हड़कंप मच गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर स्कूलों की मॉनीटरिंग कराई जा रही है, इसके बाद भी कई स्कूल समय पर नहीं खुल रहे हैं तो कई जगह शिक्षक दोपहर तक स्कूलों से नदारद पाए गए हैं। इसी गंभीर लापरवाही पर 14 शिक्षकों को निलंबित किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अन्य अनुपस्थित एवं देरी से आने वाले प्रायमरी शिक्षकों के विरूद्ध एक वार्षिक वेतनवृद्धि रोकने, एक दिवस का वेतन काटने की कार्रवाई की जा रही है। उम्मीद है कि शिक्षक अपनी कार्यप्रणाली सुधारेंगे।
निलंबित किए गए शिक्षकों में रघुवीर सिंह प्रायमरी स्कूल खिरिया लखरोनी पथरिया, दशरथ गौंड प्रायमरी स्कूल खजुरयाई हरदुआ, अभिलाषा मिश्रा प्रायमरी स्कूल वंशीपुर जबेरा, मीना साहू प्रायमरी स्कूल धनगौर कछार तेंदूखेड़ा , माया यादव प्रायमरी स्कूल कोटातला रैयतवारी संकुल उर्दू, कल्पना मुंडा प्रायमरी स्कूल पडरी भगुंत, अंजू अहिरवार प्रायमरी स्कूल केवलारी पथरिया, हेमंत कुमार तंतुवाय प्रायमरी स्कूल कूढा, विमला जैन प्रायमरी स्कूल हथनी, योगेश सोनी प्रायमरी स्कूल निमरमुंडा हटा, तुलसीराम सेन प्रायमरी स्कूल सुजानपुरा कुम्हारी, अंजू सोनी प्रायमरी स्कूल रैयतवारी समन्ना, यशोदाबाई ठाकुर प्रायमरी स्कूल दसौंदीमाल तेंदूखेड़ा, सविता पांडे प्रायमरी स्कूल मानपुर टपरिया शामिल हैं।