सिंगरौली। सिंगरौली जिले में पदस्थ महिला आरक्षक का विवाह जबलपुर के आधारताल में हुआ था। महिला पुलिस आरक्षक का देवर 2020 में बेंगलुरु से जबलपुर आ गया। महिला पुलिस आरक्षक का आरोप है कि उसका देवर गजेंद्र हमेशा ही उसके ऊपर बुरी नीयत रखता था। हद तो तब हो गई, जब उसने रेप करने की कोशिश की। किसी तरह उससे बचकर थाने में शिकायत की, तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया। देवर के जेल जाने के बाद से अब सास-ससुर लगातार परेशान कर रहे हैं। महिला पुलिस आरक्षक का आरोप है कि अपनी शिकायत वापस लेने के लिए अब उस पर दबाव बनाया जा रहा है।
महिला पुलिस आरक्षक ने बताया कि इस घटना से मेरे पति भी अच्छी तरह से वाकिफ हैं और वह मेरा सपोर्ट भी कर रहे हैं, पर सास-ससुर मुझ पर दबाव बनाने के लिए मेरी शिकायत पुलिस से कर रहे हैं कि मैंने संपत्ति और जायदाद के लिए यह सब किया है, जबकि मैंने घर बनवाने के लिए करीब 4 लाख रुपए दिए हैं। सास-ससुर की प्रताड़ना से बहुत परेशान हो गई हूं। सास ससुर ने अब मुझे घर से निकाल दिया है, इसलिए मैं अपना पूरा सामान लेकर सिंगरौली जा रही हूं।
इधर, महिला पुलिस आरक्षक की सास ने भी एसपी ऑफिस में जन सुनवाई में शिकायत दर्ज करवाई है। उनका कहना है कि मेरे छोटे बेटे पर झूठे आरोप लगाकर उसे जेल भिजवाया है, वहीं अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। शिकायत को लेकर सीएसपी तुषार सिंह ने बताया कि महिला पुलिस आरक्षक की सास ने शिकायत जरूर की है, पर उनके पास किसी भी तरह की एफआईआर कॉपी नहाँ है। लिहाजा आधारताल थाना पुलिस को जांच के लिए निर्देश दिए हैं।