खरगोन। पूर्व सीएमओ कि तेज रफ्तार कार से 5 लोगों को रौंद दिया। एक व्यक्ति की इंदौर ले जाते समय मौत हो गई। 4 अन्य घायल हैं। उन्होंने कार 500 मीटर तक अंधाधुंध चलाई। इस बीच सड़क किनारे खड़े हाथ ठेले, वाहन और दुकानें भी कार की चपेट में आ गए। पुलिस ने कार जब्त कर मोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मोहन ने पुलिस काे बताया कि वे तनाव में थे।
जानकारी के अनुसार मोहन सिंह निलंबन के बाद से तनाव में है। गुरुवार को वे मंदिर के पुजारी के पास अपने ग्रह-नक्षत्रों का उपचार पूछने गए थे। मंदिर से कार से लौट रहे थे। उनकी कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि सबसे पहले एडीजे कोर्ट के सामने खड़ी बाइक को टक्कर मारी। इसके बाद बस स्टैंड पर स्थित 2 पान की दुकान और 1 होटल के सायबान को हवा में उड़ाते हुए फल के 3 हाथ ठेलों को रौंदा। इसके बाद भी उनकी कार नहीं रुकी और बस स्टैंड से रेस्ट हाउस तक टक्कर मारते हुए बढ़ती रही। पेट्रोल पंप और डाक बंगले के सामने बाइक को टक्कर मार दी। घटना के बाद पुलिस ने अलावा का मेडिकल कराया है। इसमें शराब पीना नहीं पाया गया है।
14 दिसंबर को खरगोन में एक कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान पहुंचे थे। सीएम ने आर्थिक अनियमितता के मामले में मोहन सिंह अलावा को मंच से निलंबित कर दिया था। बताया गया कि निलंबन के बाद से ही मोहन सिंह काफी तनाव में हैं। निलंबन की वजह को वे अपने ग्रहों की चाल मान रहे थे। इसी वजह से गुरुवार को पुजारी के पास गए थे, ताकि ग्रहों की चाल का कोई उपचार किया जा सके। पुजारी ने उन्हें क्या बताया, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है।
हादसे में बाबुल पिता केदार निवासी मांगया फालिया, अक्षय चौबे भीकनगांव, छतर सिंह प्यार सिंह चापड़, पीरू ध्यान सिंह भडवाली और रामलाल धनगर (50) निवासी कोदला जागीर घायल हुए। घायलों को उपचार के लिए शासकीय अस्पताल भेजा गया। इसमें गंभीर रूप से घायल रामलाल धनगर को पैर, कमर, हाथ और सिर में गंभीर चोट आई। बेहोशी की हालत में प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल रेफर किया गया। खरगोन से इंदौर ले जाने के दौरान रामलाल की मौत हो गई।