शिवपुरी। शिवपुरी शहर में पुलिस और भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के बीच चालान काटने को लेकर विवाद हो गया। विवाद के बाद युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सिटी कोतवाली पहुंचकर जमकर हंगामा किया एवं पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए।
जानकारी के अनुसार बीती शाम माधव चौक पर यातायात पुलिस द्वारा पॉइंट लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही थी इसी दौरान अजमेर सिंह लोधी की नाम के एक शख्स की बाइक यातायात पुलिस ने पकड़ ली थी। चुकी अजमेर हेलमेट नहीं लगाए हुए थे पुलिस अजमेर सिंह का चालान काटना चाहती थी। इसी बात को लेकर यातायात पुलिस और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं में माधव चौक पर जमकर बहस हो गई थी। चालानी कार्रवाई से खपा अजमेर सिंह ने फोन पर यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव से भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री एवं सांसद प्रतिनिधि मयंक दीक्षित की बात कराना चाही थी। जब यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव ने फोन पर बात करने को मना कर दिया तो युवा मोर्चा के महामंत्री मयंक दीक्षित माधव चौक पहुच गए और यातायात प्रभारी से बहस करने लगे।
महामंत्री के साथ कई युवा भी मौके पर पहुच गए थे। युवा मोर्चा के महामंत्री मयंक ने यातायात प्रभारी रणवीर को उंगली दिखाते हुए कहा था कि आप चालान काटिए कितने का काटोगे एक हजार, दस हजार, पचास हजार, एक लाख, दो लाख, इसके बाद महामंत्री ने वाहन की चाबी यातायात प्रभारी को थमा दी थी। विवाद को बढ़ता देख मौके पर सिटी कोतवाली पुलिस पहुच गई थी। पुलिस विवाद की जड़ अजमेर सिंह लोधी को उठाकर कोतवाली ले आई थी। गुस्साए महामंत्री मयंक अपने साथियों के साथ कोतवाली पहुचे। थोड़ी ही देर में काफी भीड़ एकत्रित हो गई और देखते ही देखते नारेबाजी होने लगी। मौके पर वार्ड क्रमांक 38 के पार्षद वेदांश सविता भी पहुच गए। मौजूद भीड़ ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए इसके साथ ही कोतवाली में घुसने का भी प्रयास किया। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने कोतवाली की शटर लगाकर उन्हें रोकने का भी प्रयास किया। घटना के कुछ देर बाद युवा मोर्चा के कार्यकर्ता अपने साथी अजमेर को अपने साथ ले गए।
शिवपुरी पुलिस 11-17 जनवरी तक यातायात सप्ताह मना रही है। लोग यातायात नियमों का पालन भी करें इसके लिए पुलिस द्वारा चालानी कार्यवाही भी की जा रही है। लेकिन पुलिस द्वारा मनाए जा रहे यातायात सप्ताह के दूसरे दिन चालानी कार्रवाई को लेकर जमकर विवाद हो गया। हालांकि हंगामे के बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं कि है। एसडीओपी अजय भार्गव का कहना है कि मामले की फ़िलहाल जांच की जा रही है। युवा मोर्चा के महामंत्री और सांसद प्रतिनिधि मयंक दीक्षित और पुलिस के बीच चालानी कार्यवाही को लेकर बहस का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी मयंक दीक्षित और पुलिस के बीच चालानी कार्रवाई को लेकर बहस हो चुकी है उस वक्त भी कोतवाली परिसर में हंगामा देखने को मिला था। हंगामे के बाद एसआई दीपक पलिया को कुछ दिनों के लिए लाइन अटैच तक होना पड़ा था और अब बीते रात एक बार फिर कोतवाली में हंगामा देखने को मिला। युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के द्वारा पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।