नई दिल्ली। देश के युवाओं को सरकारी सेवाओं से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने रोजगार मेला अभियान शुरू किया है। इसी अभियान के तहत शुक्रवार, 20 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 71,000 युवाओं को सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र प्रदान किए। वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुए इस कार्यक्रम में पीएम मोदी का संबोधन भी हुआ।
पीएम मोदी ने कहा, निरंतर हो रहे ये रोजगार मेले हमारी सरकार की पहचान बन गए हैं। ये दिखाता है कि हमारी सरकार जो संकल्प लेती है उसे सिद्ध करके दिखाती है। भर्ती प्रक्रिया में व्यापक बदलाव हुआ है। केंद्रीय सेवाओं में भर्ती प्रक्रिया पहले की तुलना में ज्यादा streamline और time bound हुई है। पारदर्शी तरीके से भर्ती और पदोन्नति युवाओं में भरोसा जगाती है।
पीएम ने आगे कहा, ये पारदर्शिता उन्हें बेहतर तैयारी के साथ प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करती है।
हमारी सरकार इसी दिशा में निरंतर काम कर रही है। आज जिन्हें नियुक्ति पत्र मिला है उनके लिए ये जीवन का नया सफर है। सरकार का अहम हिस्सा होने के नाते ‘विकसित भारत’ में आपकी सक्रिय भागीदारी रहेगी और विशेष जिम्मेदारी रहेगी।
व्यापार-कारोबार की दुनिया में कहा जाता है कि Consumer is always right. वैसे ही शासन व्यवस्था में हमारा मंत्र होना चाहिए Citizen is Always right. Self learning through technology ये आज की पीढ़ी को मिला हुआ अवसर है, इसे जाने मत देना। जीवन में लगातार सीखते रहने की ललक ही हम सब को आगे बढ़ाती है।
बात दे पीएम मोदी ने 10 लाख लोगों को नौकरी देने के लिए पिछले साल ‘रोजगार मेला’ अभियान शुरू किया था। पीएमओ ने कहा कि यह रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की मोदी की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है। विपक्ष लगातार सवाल उठाता रहा है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में रोजगार का हाल बहुत बुरा है। राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेता समय-समय पर यह आवाज उठाते रहे हैं। इन्हीं आलोचना का जवाब देने के लिए मोदी सरकार ने रोजगार मेला शुरू किया है। इस अभियान के तहत पीएम मोदी पहले भी नियुक्ति पत्र सौंप चुके हैं। रोजगार मेलों का आयोजन देशभर में किया जा रहा है। इसके लिए मोदी सरकार के अलग-अलग मंत्रियों को जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, हरदीप पुरी, अनुराग ठाकुर समेत 45 मंत्री रोजगार मेलों के जरिए रोजगार बांट रहे हैं।