भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद गुटबाजी सामने आने लगी है। नई नियुक्तियों को लेकर हो रहे विवाद के कारण इंदौर के बाद खंडवा शहर और ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति पर रोक लगा दी गई है। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और कमल नाथ के नेतृत्व में पूरी पार्टी ही होल्ड पर रखी हुई है। जनता भी कांग्रेस को होल्ड पर ही रखने वाली है।
नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस गुटबाजी से परेशान है। हाल ही में प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री और जिला इकाइयों के अध्यक्षों की नियुक्ति की गई थी। इसके बाद विवाद सामने आने का जो सिलिसला प्रारंभ हुआ, वह थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए अरविंद बागड़ी की नियुक्ति पर प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल ने विरोध प्रदर्शन के बाद रोक लगा दी। इसके बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी कार्यकारी अध्यक्ष की व्यवस्था को लेकर प्रश्न उठा दिया। उन्होने कहा प्रदेश अध्यक्ष के साथ उन्हें और तीन अन्य को कार्यकारी अध्यक्ष अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने बनाया और व्यवस्था में परिवर्तन की कोई सूचना नहीं दी गई है। इसके बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कमल नाथ को भावी मुख्यमंत्री बताए जाने को लेकर पार्टी की नेता चयन की प्रक्रिया बताते हुए एक प्रकार से प्रश्न खड़े किए। साथ ही पदाधिकारियों की नियुक्ति में वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी की बात उठाई। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी उनकी बात का समर्थन किया। इसके बाद मंगलवार को खंडवा शहर और ग्रामीण इकाई के अध्यक्षों की नियुक्ति की स्थागित कर दिया। इसे पार्टी की गुटबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है, जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा और कहा कि राहुल गांधी और कमल नाथ के नेतृत्व में तो पूरी पार्टी ही होल्ड पर जाने वाली है। प्रदेश की जनता भी कांग्रेस को होल्ड पर ही रखने वाली है।
मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से प्रश्न पूछने के क्रम में बुधवार को विशेष कृषि क्षेत्र बनाने के वचन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठे वचन पत्र पर वोट मांगे थे। मैं प्रश्न पूछने का अभियान चला रहा हूं और जनता को याद दिला रहा हूं कि कांग्रेस ने दो सौ से पांच सौ हेक्टेयर के विशेष कृषि क्षेत्र विकसित करने और वहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का वचन दिया था। कमल नाथ जी बताएं कि इसे पूरा क्यों नहीं किया। उधर, कमल नाथ ने भी मुख्यमंत्री से प्रश्न किया कि हर हाथ एक काज योजना के अंतर्गत प्रत्येक परिवार के बेरोजगार व्यक्ति की आय सुनिश्चित करने का वादा किया था, वो पूरा क्यों नहीं किया। आज प्रदेश में 30 लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार हैं।