जबलपुर। पूर्व मंत्री और जबलपुर से कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने छाती ठोकते हुए पुलिस से कहा- मारो गोली गोली मारो वे शर्ट के बटन खोलकर गोली मारने का कहते हुए पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। मामला जबलपुर के हनुमानताल थाने का है। विधायक यहां सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ करीब 4 घंटे तक धरने पर बैठे रहे। इसका वीडियो वायरल हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर सीएसपी सहित गोहलपुर और लार्डगंज थाना पुलिस का बल पहुंच गया। घनघोरिया का आरोप है कि बिना किसी कारण के उनके कार्यकर्ता को पुलिस ने पकड़कर थाने में रखा था। पुलिस ने कार्यकर्ता को छोड़ा, तब जाकर धरना खत्म हुआ। विधायक ने पुलिस पर कई संगीन आरोप भी लगाए हैं।
हनुमानताल थाना के मक्का नगर से गुरुवार को एक युवक नाबालिग लड़की को लेकर चला गया। पुलिस को जानकारी मिली कि आसिफ कादरी के घर पर लड़का, लड़की बैठे हुए थे। पुलिस जब तक मौके पर पहुंची, तब तक लड़का-लड़की वहां से जा चुके थे। पुलिस पूछताछ के लिए आसिफ कादरी को थाने ले आई। यह जानकारी स्थानीय पार्षद को मिली तो उन्होंने विधायक लखन घनघोरिया को बताता है। इसके बाद घनघोरिया अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए और धरना दे दिया। पुलिसकर्मी विधायक को मानते भी नजर आए।
हनुमानगंज थाना प्रभारी से भी विधायक और सीएसपी ने बात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि थाने युवक को लाए थे। पूरा मामला समझने के बाद ड्यूटी एसआई को बोलकर गए थे कि थाने में भीड़ कुछ कम हो जाए तो उसे छोड़ देना। ऐसा नहीं होने पर धरना दिया गया। विधायक लखन घनघोरिया ने पुलिस की कार्रवाई पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस अपने मूल कामों को छोड़कर बेकसूर लोगों को परेशान कर रही है। पुलिस रोजाना उन लोगों को पकड़ रही है, जिनके पास हेलमेट नहीं है, जबकि पुलिस के संरक्षण में अवैध काम हो रहे हैं। नशे के सामान बिक रहे हैं। उन्हें रोकने की जगह पुलिस बेकसूर लोगों को पकड़ रही है। पूर्व मंत्री का कहना था कि हमारे जिस कार्यकर्ता को पुलिस ने पकड़ा है उसका कसूर सिर्फ इतना था कि वह लड़की को ले जाने वाले का दोस्त है, इसलिए पुलिस उसे पकड़ लाई और घंटों तक थाने में बैठा रखा।
पूर्व मंत्री को लेकर सीएसपी गोहलपुर अखिलेश गौर ने बताया कि हनुमानताल थाना पुलिस कि कार्यप्रणाली को लेकर उनकी कुछ नाराजगी थी जिसे दूर किया जा रहा है। इसके अलावा जनप्रतिनिधियों से भी अब पुलिस संवाद करेगी। इसके साथ ही पूर्व मंत्री के विषयों को वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में भी डाला गया है।