बुरहानपुर। कहा जाता है कि शराब और जुए की लत जिसे लग जाए, उसके परिवार को बर्बाद होने से कोई नहीं बचा सकता। पत्नी की हत्या कर जेल की सलाखों के पीछे गए शिकारपुरा क्षेत्र के इमरान की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। एकतरफा प्यार कर सुमैया से आठ माह पहले ही निकाह करने वाले इमरान ने गत 21 फरवरी को सुमैया के गले और छाती में पेचकस मारकर हत्या कर दी थी। उसके जेल जाने के बाद बुजुर्ग पिता यूसुफ पर दो बेटे, दो बेटियों, पत्नी और खुद को मिलाकर छह सदस्यों को पालने की जिम्मेदारी आ गई है। इसके अलावा इमरान ने बाइक खरीदने के लिए पचास हजार रुपये का कर्ज ले रखा था। इसे चुकाने की जिम्मेदारी भी बुजुर्ग पिता ही उठाएगा।
बेटा इमरान जबसे वेयरहाउस में हम्माली करने लगा था, तब से पिता यूसुफ ने मजदूरी करना छोड़ दिया था। उसे लगा था कि शायद अब बुढ़ापे में उसे काम नहीं करना पड़ेगा, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। आसपास के लोगों का कहना है कि पहले इमरान का व्यवहार अच्छा था, लेकिन बीते कुछ समय से उसे शराब और जुए की लत लग गई थी। जिसके चलते वह मजदूरी के रुपये भी कई बार जुए में हार जाता था। इसी के चलते उसने कुछ अन्य लोगों से भी कर्ज ले रखा था। इसे चुकाने के लिए ही वह पत्नी सुमैया और ससुराल पक्ष के लोगों से आए दिन रुपयों की मांग करने लगा था। नईदुनिया से बातचीत करते हुए यूसुफ ने कहा कि वह बहू को बेटी की तरह मानता था। इस घटनाक्रम ने उसके पूरे परिवार को तहस-नहस कर दिया।