ग्वालियर। कोरोना वायरस की स्थिति में कृषि कार्य बावत सावधानियाँ-कृषि कार्य करते समय 4 से अधिक व्यक्तियों को इकट्ठा ना होने दे तथा उनके बीच 2 मीटर की पर्याप्त दूरी रखें। बुखार, सर्दी, खांसी की स्थिति में अपने खेतों में काम कर रहें श्रमिक/व्यक्तियों को चिकित्सकीय परामर्श की सलाह दें। कोरोना वायरस से सुरक्षा हेतु अपने चेहरे पर मास्क, गमछा, रूमाल, कपडा लगाएं तथा हाथों में मौजे/ग्लब्स लगाना अनिवार्य करें। कृषि कार्य करते समय मादक पदार्थ/तम्बाकू का सेवन न करें।
समय समय पर 20 सेंकड तक अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोंयें। कटी हुई Soybean को सुरक्षित स्थान पर इकट्ठा कर तारपोलिन से ढंक कर रखें। आगामी वर्ष बौवनी हेतु उपयोगी सोयाबीन बीज के लिए उगाई गई सोयाबीन की गहाई 350 से 400 आर.पी.एम. वाले थ्रेशर से करें, जिससे कि बीज अंकुरण पर विपरीत प्रभाव ना हो। सोयाबीन के भंडारण के समय भंडार गृह में पनपने वाले अपेक्षित कीटों से सुरक्षा हेतु सलाह है कि सोयाबीन की फसल पर प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी. (1250 मि.ली/है.) का छिडकाव करें।
मध्यम समयावधि एवं देरी से पकने वाली सोयाबीन की किस्में जैसे जे.एस. 20-69, जे.एस. 20-29 आदि की खेती किये जाने वाले क्षेत्रों में फली छेदक कीटों से फसल की सुरक्षा हेतु सलाह है कि इन्डोक्साकार्ब 330 मि.ली./है. की दर से 500 लीटर पानी के साथ छिडकाव करें। या फली छेदक इल्लियों के साथ-साथ अन्य रस चूसने वाले अन्य कीटों (बदबूदार मटकून) का प्रकोप दिखाई देने पर कृषकों को सलाह है कि पूर्व मिश्रित कीटनाशक थायोमिथाक्सम लेम्बडा सायहेलाथ्रीन 125 मि.ली/हे. अथवा बीटासायफ्लूथ्रि इमिडाक्लोरपिड 330 मि.ली./हे. की दर से 500 लीटर पानी के साथ छिडकाव करें।
देरी से बोई गई सोयाबीन की फसल में चक्र भृंग का प्रकोप देखे जाने पर प्रारंभिक अवस्था में ही थायक्लोप्रीड 21.7 एस.सी. (750 मि.ली./है) या प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी. (1250 मि.ली./है) या बीटासायफ्लूथ्रिन, इमिडाक्लोप्रीड (350 मि.ली./है.) या थायमिथोक्सम, लेम्बडा सायहेलोथ्रिन (125 मि.ली/है.) का 500 लीटर प्रति हेक्टेयर पानी के साथ छिडकाव करें।