भोपाल। विधानसभा को गलत जानकारी भेजने के मामले में वन्यप्राणी शाखा में पदस्थ अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक सत्यानंद पर गाज गिर सकती है। वनमंत्री विजय शाह ने उनकी इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए निलंबित करने की चेतावनी दी है। वन सचिवालय से इसका प्रस्ताव तैयार कर विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया को भेज दिया है, जो पिछले एक सप्ताह से निर्णय के लिए लंबित है।
विधायक ने सवाल किया था कि प्रदेश के टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क और अभयारण्यों से वर्ष 2021-22 में वन विभाग को कितना राजस्व (विकास निधि) प्राप्त हुआ है। इसका जवाब वन्यप्राणी मुख्यालय से एपीसीसीएफ सत्यानंद ने तैयार किया। जिसमें उन्होंने आठ करोड़ रुपये प्राप्त होना बताया। संबंधित विधायक को जानकारी भेजी ही जा रही थी, तब तक पकड़ में आ गया कि गलत जानकारी जा रही है।
बाद में सत्यानंद ने इस अवधि में चार करोड़ रुपये प्राप्त होना बताया। इस पर वनमंत्री नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि विधानसभा के सवालों को भी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि जानकारी देने वाले अधिकारी को निलंबित किया जाए। मामले में उन्हें नोटिस देने की तैयारी चल रही है, जिसमें उनसे पक्ष पूछा जाएगा।