राशि।चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुकी है। नवरात्रि मां दुर्गा के 9 रूपों को समर्पित एक पवित्र और शुभ पर्व है। इस पर्व में भक्त मां अम्बे की पूजा, आराधना और व्रत करते हैं। इस वर्ष की नवरात्रि शुभ योग बना रही है। जिसके कारण त्योहार का महत्व बढ़ गया है। हालांकि चैत्र नवरात्रि के ठीक एक महीने बाद गुरु चांडाल योग बनने जा रहा है।
गुरु चांडाल योग बनने पर व्यक्ति के अच्छे गुणों में कमी आती है और नकारात्मक गुणों में बढ़ोतरी होती है। इस योग के कारण जातक का चरित्र कमजोर हो जाता है। इस योग के कारण व्यक्ति को पाचन तंत्र, लीवर और गंभीर रोग होने का खतरा रहता है। साथ ही शख्स को अधर्मी बनता है और अपयश का सामना करना पड़ता है। अगर किसी महिला की कुंडली में यह योग है तो वैवाहिक जीवन नर्क बन जाता है। इस बार नवरात्रि के एक महीने बाद गुरु चांडाल योग बनेगा। तब मेष राशि में दो ग्रह एक साथ होंगे। बृहस्पति 22 अप्रैल को मेष में प्रवेश करेंगे। यहां राहु पहले से मौजूद है। इन दोनों ग्रहों की युति से गुरु चांडाल योग बनेगा।
मेष
22 अप्रैल के बाद मेष राशि में गुरु चांडाल योग बनेगा। आपके लिए अगले छह महीने कठिन रहेंगे। काम में रुकावट, निराशा आदि का सामना करना पड़ेगा। आर्थिक हानि होने के संकेत है। सेहत में गिरावट देखने को मिल सकती है। कुल मिलाकर यह अवधि अनुकूल नहीं है।
मिथुन
गुरु चांडाल योग का प्रभाव मिथुन राशि में 6 महीने तक रहेगा। कोई बुरी खबर मिल सकती है। आर्थिक हानि और स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने की प्रबल संभावना है। ऑफिस में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। धैर्य से काम लेना होगा।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए गुरु चांडाल योग अशुभ साबित होगा। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। व्यापार में हानि होने की संभावना है। मन में अज्ञात भय उत्पन्न हो सकता है। नौकरी और व्यवसाय में परेशानी आने की संभावना है।