दमोह। दमोह में सरकारी डॉक्टर ने अपनी पत्नी को केवल इस बात को लेकर घर से निकाल दिया कि पत्नी के मायके वालों ने 16 लाख रुपये की कार नहीं दी। यह आरोप पत्नी ने डॉक्टर पति पर लगाए हैं। साथ ही वह उत्तरप्रदेश की कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट भी लेकर आई है। पति को गिरफ्तार करने की मांग के साथ वह दमोह एसपी कार्यालय पहुंची है। इफ्तिशाम खान ने आरोप लगाया कि उसका निकाह 2020 में दमोह के फुटेरा वार्ड निवासी डॉ. महबूब खान से हुआ ता. जब वह पांच महीने की गर्भवती हुई तो पति ने घर से निकाल दिया। 16 लाख रुपये की कार की मांग की। उसे देने में उसके मायके वाले सक्षम नहीं हैं। उसकी पांच बहने हैं। उसने अपने परिजनों के साथ झांसी में पति के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
डॉक्टर की सास जुबेदा ने बताया कि दामाद ने बेटी को पांच महीने की गर्भवती होने पर घर से भगा दिया। उसके बाद यह भी नहीं पता किया कि बेटी को लड़का हुआ या लड़की। उन्होंने झांसी में दामाद के खिलाफ मामला दर्ज कराया। दामाद एक भी पेशी पर नहीं पहुंचा। तब उन्होंने न्यायाधीश से दामाद की गिरफ्तारी का वारंट जारी करने की मांग की। वे हाथोंहाथ गिरफ्तारी वारंट लेकर दमोह पुलिस के पास पहुंचे। उन्होंने दमोह एसपी को यह वारंट दिया और एसपी ने कोतवाली पुलिस को कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद भी पुलिस ने दामाद को गिरफ्तार नहीं किया।
मां-बेटी का आरोप है कि महबूब खान का किसी और लड़की के साथ प्रेम प्रसंग है। इस वजह से वह बेटी को साथ नहीं रखना चाहता। सास ने कहा कि उन्होंने बेटी की शादी में कार दी थी। धूमधाम से निकाह किया था। दामाद बेटी को दहेज के लिए परेशान करता रहा। शादी के कुछ महीनों बाद ही घर से भगा दिया। दामाद एमबीबीएस डॉक्टर है और जिला अस्पताल में पदस्थ है। इसके बाद भी वह बेटी को रखने को तैयार नहीं है। वह झांसी तभी वापस जाएंगी जब दामाद की गिरफ्तारी होगी। डॉक्टर की पत्नी ने कहा की यदि उसका पति उसे नहीं रखता तो वह आत्मदाह कर लेगी।