भोपाल: मध्य प्रदेश में फालेन आउट अतिथि विद्वान दोबारा नियुक्ति करने की मांग कर रहे हैं. इसी विषय में शनिवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों से अतिथि विद्वान उच्च शिक्षा मंत्री से मिलने पहुंचे. अतिथि विद्वानों ने चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री से मिलने की मांग की. जिस पर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव भड़क गए और अतिथि विद्वानों को अजीबो गरीब जवाब देते हुए कहा-”मैं कर लूं क्या आत्महत्या मैं कैसे मिलवाऊं.” साथ ही बताया जा रहा है कि उच्च शिक्षा मंत्री ने अतिथि विद्वानों को धक्के मारकर बाहर भी निकाला|
आपको बता दें कि उपचुनाव से पहले अगस्त में मध्य प्रदेश सरकार ने अतिथि विद्वानों को लेकर बड़ा ऐलान किया था. शिवराज सरकार ने कहा था कि हटाए गए सभी 1800 अतिथि विद्वानों को शिवराज सरकार वापसी का मौका देने जा रही है. 1800 फालेन आउट अतिथि विद्वानों में से करीब 975 रिक्त पदों पर पुनः अध्यापन शुरू कर सकेंगे. अतिथि विद्वानों के लिए 2020-21 में पढ़ाने के लिए कैलेंडर भी जारी कर दिया गया था|
एक महीना बीत जाने के बाद भी अतिथि विद्वानों की दोबारा नियुक्ति को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. जिसे लेकर विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. विपक्ष ने कहा कि BJP के बड़े नेताओं ने सत्ता में वापिस आने पर अतिथि विद्वानों को सपने दिखाए और सत्ता में वापिस आते ही वह भूल गए|