देपालपुर। इंदौर के देपालपुर में शनिवार देर रात एक महिला के साथ मतांतरण और लव जिहाद का मामला सामने आया है। महिला एससी-एसटी वर्ग की है। पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि महू निवासी इरशाद और उसके भाई मुकीम ने बार-बार दुष्कर्म किया। साथ ही धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। विरोध किया तो मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने महिला की शिकायत पर 376, 376 (2) (एन), 506, 34 भादवि 3(2) (5) एससीएसटी एक्ट एवं 3/5 धार्मिक स्वंतत्रा अधिनियम 2021 धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पीड़िता ने बताया कि इरशाद ने पूर्व में अपना नाम शक्ति चौहान बताया था। उसका एक बालक होने के बाद पीड़िता को इसकी सच्चाई मालूम पड़ी कि वह हिंदू नहीं है। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो रोज प्रताड़ित करने लगा। पीड़िता ने बताया कि उसके असली नाम ऐश्वर्या की जगह वोटर कार्ड और आधार कार्ड पर उसका नाम आयशा लिखवाया गया तथा जन्म दिनांक तक बदल दी गई।
गौतमपुरा थाना प्रभारी संगीता सोलंकी के मुताबिक, 24 वर्षीय पीड़िता ग्राम खालवा जिला खंडवा निवासी है। खालवा में इरशाद पुत्र असलम कुरैशी निवासी महू ड्राइवर का काम करता था। उसकी इरशाद से जान पहचान होकर प्रेम संबंध हो गए थे। 20 नवंबर 2016 को पीड़िता और इरशाद ने शादी कर ली थी। इसके बाद एक लड़का नावेद व एक लड़की अलफिया हुई।
पीड़िता ने कहा कि साल 2022 तक हम दोनों अच्छे से रहे। फिर पिछले महीने मार्च 2023 से इरशाद और उसका भाई मुकीम के व्यवहार में बदलाव आ गया। दोनों मुझसे कहने लगे कि तू नीची समाज की है अब तू मुस्लिम धर्म अपनाकर मुस्लिम नाम ले ले। मैंने इसका विरोध तभी से इरशाद और मुकीम मुझ पर धर्म बदलने का दबाव बनाने लगे। इरशाद मेरे साथ मेरी सहमति के बिना शारीरिक संबंध बनाने लगा। मैंने अपने जेठ मुकीम को समझाया लेकिन वह भी मेरे साथ जबरदस्ती करने लगा।