ग्वालियर। ग्वालियर में महाराजपुरा सर्किल के सीएसपी की सरकारी गाड़ी के ड्राइवर को गोली लग गई। गोली ठोड़ी से घुसी और माथे को चीरते हुए गाड़ी की छत के पार निकल गई। घायल ड्राइवर खुद सीएसपी के दरवाजे पर पहुंचा और डोरबेल बजाकर बोला- गोली चल गई। जिसके बाद पुलिस अधिकारी उसे जेएच लेकर पहुंचे।
डॉक्टरों का कहना है उसका ब्रेन बच गया है, लेकिन गोली लगने से काफी खून बहा है, जिससे उसकी हालत गंभीर है। घायल के बयान नहीं हो सके हैं। शुरुआत में पुलिस इसे सुसाइड अटेम्प्ट का केस मान रही थी, लेकिन परिवार ने ऐसी किसी बात की आशंका नहीं जताई, जिससे यह बात साबित हो सके। पुलिस अब इसे हादसे के एंगल से भी देख रही है।
ग्वालियर शहर के सीएसपी रवि भदौरिया सचिन तेंदुलकर मार्ग, डीबी सिटी सोसाइटी में रहते हैं। उन्हें मिली सरकारी गाड़ी का ड्राइवर होमगार्ड जवान केंद्र सिंह किरार है। रविवार रात सीएसपी अपनी ड्यूटी से लौटकर घर पहुंचे थे और उनकी सरकारी गाड़ी घर के बाहर खड़ी थी। उनकी पिस्टल भी गाड़ी में रखी थी। इसी बीच ये घटना हो गई। जिसके बाद एसपी राजेश सिंह चंदेल और दूसरे पुलिस ऑफिसर भी रात में ही अस्पताल पहुंच गए। होमगार्ड जवान मुरार क्षेत्र का रहने वाला है। तीन साल से ड्राइवर है। उसकी शादी हो चुकी है। बच्चे नहीं हैं।
होमगार्ड जवान केंद्र सिंह किरार को गोली ठोड़ी में लगी और माथे को चीरते हुए सरकारी गाड़ी की छत से बाहर निकल गई। जिस तरह से गोली लगी है, उसके बाद दो तरह की आशंका जताई जा रही है कि या तो जवान ने किसी परेशानी के चलते खुद को गोली मारी है या फिर धोखे से उससे यह पिस्टल चल गई। फिलहाल पुलिस हादसे के एंगल से ही जांच कर रही है, क्योंकि जवान खुदकुशी का प्रयास करता तो खुद सीएसपी के दरवाजे तक नहीं पहुंचता। साथ ही परिजन से बातचीत के बाद भी खुदकुशी के प्रयास का एंगल नहीं निकल रहा है। पुलिस का यही मानना है कि पिस्टल चेक करते समय गोली चली होगी।
पुलिस का कहना है कि रात को जिस समय जवान को गोली लगी, उसकी ड्यूटी खत्म हो चुकी थी। उसे पिस्टल जमा करानी थी, लेकिन इससे पहले यह हादसा हो गया। जिस तरह घटना हुई है, उससे यह तो साफ है कि गोली होमगार्ड सैनिक के हाथ से चली है, लेकिन यह एक हादसा है। अभी पुलिस जांच कर रही है।