राशि। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी गुरु बृहस्पति एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करते हैं तो गुरु बृहस्पति के गोचर का असर ज्ञान, वृद्धि, शिक्षा, संतान, दान, पिता-पुत्र संबंध आदि पर पड़ता है। कुंडली में बृहस्पति के मजबूत होने से अनुकूल परिणाम मिलते हैं। गुरु का राशि परिवर्तन 22 अप्रैल 2023 को सुबह 5:16 पर होने जा रहा है। इसके बाद 4 सितंबर को गुरु मेष राशि में वक्री हो जाएंगे। इसी समय शनि और बुध भी वक्री स्थिति में चल रहे हैं। 31 दिसंबर को गुरु मेष राशि में पुनः मार्गी हो जाएंगे। 1 मई 2024 में मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में पहुंच जाएंगे।
22 अप्रैल 2023 को गुरु सूर्य, राहु और वक्र गति में चल रहे बुध से मिलेंगे। वहीं मई में सूर्य का राशि परिवर्तन भी होगा और लगातार बढ़ रहे राहु के साथ सूर्य मिलेंगे। इस दौरान कुछ राशि वालों को विशेष ध्यान रखना होगा। 7 जून तक बुध को गुरु का सानिध्य प्राप्त होगा। गुरु को मिलने वाला साथ और ग्रहों की युति का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर प्रभाव डालेगा। आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं, जिन्हें इस दौरान जमकर लाभ होने वाला है।
मेष राशि
गुरु का राशि परिवर्तन मेष राशि वालों के लिए काफी खास रहने वाला है। गुरु ग्रह इनके भाग्य में वृद्धि करने वाले हैं। वहीं वे लग्न पर आ रहे हैं, जिसके कारण इस राशि के जातकों के जीवन में शुभ कार्य हो सकते हैं। आय में वृद्धि होगी। कोई भी फैसला जल्दबाजी में न लें, सोच समझकर लें। नौकरी में पदोन्नति और बेहतर इंक्रीमेंट के योग बन रहे हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए गुरु धर्म, भाग्य और पिता के स्थान में आ रहे हैं। गुरु धर्म को बढ़ावा देते हैं। ऐसे में धार्मिक कार्यक्रम, मांगलिक कार्य और धार्मिक यात्राओं का सिलसिला बढ़ेगा। इस समय गुरु भाग्य को बढ़ाएंगे। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। नौकरीपेशा जातकों कई तरह के लाभ हो सकते हैं। सैलरी में बढ़ोतरी होगी।
धनु राशि
इस राशि के स्वामी यानी गुरु ग्रह पंचम स्थान में प्रवेश करने जा रहे हैं। यहां पर आकर गुरु बुद्धि, संतान और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देंगे। गुरु जिस स्थान में बैठ जाते हैं, उस स्थान का भार बढ़ जाता है। ऐसे में गुरु मस्तिष्क पर भी उतना ही बोझ डालेंगे, लेकिन आप अपनी समझदारी से समस्याओं का समाधान निकाल सकेंगे। यह समय निवेश करने के लिए अच्छा है।