झाबुआ। पर्यावरण संरक्षण की मिसाल हाथी पावा मॉर्निंग क्लब गर्मी के दौरान राष्ट्रीय पक्षी मोर के लिए। दाना-पानी का इंतजाम भी कर रहा है। इसके लिए बकायदा एक अनाज बैंक बना रखा है। इसमें फि हाल 4 क्विंटल अनाज जमा है। इसमें से रोज करीब 10 किलो अनाज मोरों के लिएडाला जाता है। यह अनाज क्लब के सदस्य अपने स्तर पर जमा करते हैं। जैसे-जैसे अनाज खत्म होगा। बारी- बारी से सभी सदस्य अनाज बैंक में अनाज जमा करते जाएंगे। फरवरी से शुरू हुआ यह सिलसिला मानसून की आमद, यानी जून माह तक बदस्तूर।जारी रहेगा। हाथी पावा मॉर्निंग क्लब के सदस्यों की संख्या 50 से अधिक है। सभी सदस्य हाथीपावा पर लगे पौधों की न केवल देखभाल करते हैं।बल्कि गर्मी के दिनों में पौधों के लिए।पानी का इंतजाम भी किया जाता है।
चूंकि पहाड़ी के निचले हिस्से में मोरों की बसाहट है और गर्मी के दिनों में जंगल में उन्हें पर्याप्त आहार नहीं मिल पाता। लिहाजा फरवरी से जून माह तक पांच महीने इनके लिए दाने-पानी का इंतजाम हाथीपावा मॉर्निंग क्लब
करता है। क्लब के सदस्य रोजाना सुबह मोर प्वाइंट पर 10 किलो अनाज डालते हैं। साथ ही पहाड़ी के अलग- अलग हिस्से में बने छोटे छोटे कुंड में उनके द्वारा पानी भरा जाता है। ताकि मोर और अन्य पक्षी भीषण गर्मी में अपनी प्यास बुझा सके। क्लब अध्यक्ष कमलेश पटेल ने बताया जैसे-जैसे अनाज खत्म होगा वैसे- वैसे व्यवस्थाएं बनाते जाएंगे।
क्लब ने अनाज बैंक में अब तक 4 क्विंटल अनाज जमा किया है। इसमें कई ने 1-1 क्विंटल अनाज दिए हैं। कई ने 50-50 किलो तो कुछ ने रुपए देकर मदद की है।
वन विभाग के रेंजर हरिशंकर पांडेय ने बताया, गर्मी बढ़ रही है और तापमान 36 डिग्री से ऊपर है। मोरअत्यधिक गर्मी सहन नहीं कर पाते। पेड़ भी सूख जाते हैं। यदि लू चलने पर मोरों की मौत हो जाती है। यह प्रयास उन्हें बचाएगा।