इंदौर। ट्रैफिक पुलिस से लेकर थानों पर तैनात पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले बॉडी वॉर्न कैमरों की खरीदी में पुलिस की बड़ी कलाकारी सामने आई है। पुलिस मुख्यालय स्थित एडीजी प्रबंध कार्यालय से इन कैमरों की खरीदी के लिए सालभर पहले टेंडर जारी कर झारखंड की एक कंपनी को काम दिया गया। कंपनी ने कैमरे सप्लाय नहीं किए तो पुलिस ने पहले वाला टेंडर कैंसल किए बिना ही जैम पोर्टल पर दूसरा टेंडर जारी कर दिया। इसमें 9 कंपनियों ने टेंडर भरकर, इसी साल मार्च में अपने-अपने कैमरों का डेमो भी दे दिया।
लेकिन पुलिस ने पुराने टेंडर वाली कंपनी से अचानक कैमरों की सप्लाय लेना शुरू कर दिया। इसमें भी गड़बड़ी हुई। कंपनी ने जो कैमरे टेंडर में बताए थे, सप्लाय उनसे हटकर हो रहा है। प्रदेश की पुलिस को हाईटेक बनाने के लिए तत्कालीन एडीजी विपिन माहेश्वरी ने 87000 बॉडी वॉर्न कैमरे खरीदने का प्रोजेक्ट बनाया था। योजना यह थी कि फील्ड पर रहने वाले पुलिस और ट्रैफिक पुलिस के तमाम अधिकारी और जवानों को इन कैमरों से लैस कर दिया जाए। अधीक्षक कार्यालय में इसका डिस्प्ले रूम बनाकर हर समय नजर रखी जाए। इससे पुलिस को छानबीन में मदद भी मिलेगी और लोग उनसे बदसलूकी भी नहीं कर पाएंगे। केंद्र सरकार ने योजना पर मुहर लगाई लेकिन शुरुआत में सिर्फ 40 करोड़ रुपए लागत से 12000 बॉडी वॉर्न कैमरे खरीदने की मंजूरी
दी गई
लेकिन पुलिस विभाग ने 2020 में ट्रायल के तौर पर 90 लाख रुपए में महज 500 कैमरे खरीदे। 2 मेगा पिक्सल, फुल एचडी वाले हिकविजन कंपनी के इन कैमरों में से 55 इंदौर को मिले थे। बाकी भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर मुरैना और जबलपुर भेज दिए गए। इंदौर पुलिस ने 20 कैमरे ट्रैफिक पुलिस को दिए। बाकी क्राइम ब्रांच को दे दिए गए। 500 कैमरों के ट्रॉयल के बाद 1032 बॉडी वॉर्न कैमरे खरीदने के लिए 4 दिसंबर 2021 को नए सिरे से टेंडर जारी किया गया। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद
झारखंड की एक कंपनी को एल-1 आने पर मार्च 2022 में क्रय आदेश दे दिया गया।
लेकिन कंपनी ने 6 माह तक कैमरे सप्लाय नहीं किए। इस पर पुलिस मुख्यालय ने जैम पोर्टल पर पुराने टेंडर को निरस्त किए बिना ही 6 जनवरी 2023 को एक हजार बॉडी वॉर्ड कैमरे खरीदने के लिए नया टेंडर फिर से जारी कर दिया। देशभर की 8 फर्मों ने जैम पोर्टल पर कैमरों का यह टेंडर भर दिया। 3 माह तक यह टेंडर ऐसे ही पड़ा रहा। पुलिस मुख्यालय ने न तो बिड ओपन की और न ही टेंडर भरने वालों को इसका स्टेटस बताया। अब अचानक 3 माह बाद पुलिस ने जैम पोर्टल का टेंडर कैंसल कर पहले वाले टैंडर में एल-1 आई कंपनी से एक साल पुराने क्रय आदेश के आधार पर कैमरे खरीदने शुरू कर दिया है। डीबी स्टार की पड़ताल के मुताबिक झारखंड की कंपनी ने पुलिस को अब तक 700 कैमरे सप्लाय किए हैं। वहीं 332 कैमरे और सप्लाय करने की प्रक्रिया चल रही है। 1032 कैमरों की कीमत करीब 2 करोड़ रुपए है।